-शहर से बाहर जाने को तैयार नहीं पशु पालक

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PRAYAGRAJ: शहर और मेला क्षेत्र में घूम रहे छुट्टा पशु कुंभ मेला के दौरान पेशवाई में खतरा बन सकते हैं। इन्हें शहर से बाहर करने के लिए नगर निगम के पशुधन विभाग ने विशेष अभियान शुरू किया है। लेकिन सच्चाई ये है कि शहर में चल रहे सैकड़ों डेरी फार्म और सुअर बाड़े के संचालक बाहर जाने को तैयार नहीं हैं। सिर्फ इतना ही नहीं, कार्रवाई करने जा रहे विभागीय अधिकारियों के खिलाफ यह पशुपालक हमलावर भी हो जा रहे हैं। सोमवार को एक पशु संचालक के खिलाफ कार्रवाई करने गए पशुधन अधिकारी को पीटने का मामला सामने आया है।

बाहर नहीं गए पशु पालक

2800 पशुपालक नगर निगम में रजिस्टर्ड थे 26 अप्रैल 2017 को। इन्हें 2017 में नोटिस जारी हुआ।

10 और 20 हजार रुपए प्रतिदिन के हिसाब से जुर्माना लगाने की चेतावनी थी शहर से पशु बाहर न ले जाने पर।

1100 दुधारू पशुओं का रिकार्ड उपलब्ध कराया था वित्तीय वर्ष 2016-17 तक।

26 अप्रैल 2017 को नगर निगम सदन ने सभी डेयरी का लाइसेंस कैंसिल कर दिया था।

02 वर्ष से पशुओं का लाइसेंस बनना बंद है।

अरैल-फाफामऊ में कैटिल कॉलोनी

-इलाहाबाद शहर से दुधारू पशुओं को बाहर करने का प्रस्ताव पुराना है।

-फाफामऊ और अरैल में 2008-09 में ही कैटिल कॉलोनी की व्यवस्था की गई थी।

-दोनों जगह 100-200 गज एरिया के 100-100 प्लॉट काटे गए।

-2008 से अब तक किसी भी पशुपालक ने कैटिल कॉलोनी के लिए आवेदन नहीं किया।

-2017 में नगर निगम ने पशुपालकों पर शहर से बाहर जाने का दबाव बनाया।

-इसके बाद भी पशुपालक बाहर जाने को तैयार नहीं हुए।

सर्किल रेट से आधे पर प्लॉट

-पशुपालकों के लिए नगर निगम द्वारा जो व्यवस्था की गई है।

-इसके तहत कोई भी पशुपालक कैटिल कॉलोनी में प्लॉट ले सकता है।

-निर्धारित सर्किल रेट से आधी रकम पर कैटिल कॉलोनी में प्लॉट मिल जाएगा। -इसके लिए पशु पालक को नगर निगम में फार्म भर कर जमा करना पड़ेगा।

-यहां बिजली-पानी के साथ सुरक्षा की व्यवस्था नगर निगम मुहैया कराएगा।

घर में रखें मवेशी

नगर निगम के पशुधन अधिकारी डॉ। धीरज गोयल ने बताया कि जो लोग अपने घर के अंदर गाय-भैंस पाल रहे हैं। उन्हें लाइसेंस या परमिशन की जरूरत नहीं।

सड़क पर मिले तो जब्त होंगे

शहर में वार्डवाईज सूची तैयार कराई जा चुकी है। जहां-जहां लोग जानवरों को रोड पर, गली में बांधते हैं, वहां कार्रवाई हो रही है। इंस्पेक्टरों की टीम लगा दी गई है। कार्रवाई कर जुर्माना वसूला जा रहा है।

आवारा पशुओं को शहर से बाहर करने का अभियान तेजी से चल रहा है। सुअर बाड़ों पर भी कार्रवाई हो रही है। पशुपालक कैटिल कॉलोनी में जाने को तैयार नहीं हैं।

-डॉ। धीरज गोयल

पशुधन अधिकारी, प्रयागराज नगर निगम

छुट्टा मवेशी पकड़ रहे अधिकारी से मारपीट

PRAYAGRAJ: शहर में सड़कों पर छुट्टा पशु छोड़ने वाले दबंगई पर उतारू हो गए हैं। कैंट थाने में सोमवार रात इसी तरह का एक मामला सामने आई। पशु चिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी नगर निगम धीरज गोयल की तहरीर पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

सोमवार को राजापुर नेवादा के पास सड़क पर कुछ छुट्टा मवेशी घूम रहे थे। छुट्टा मवेशियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए निकले पशु चिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी नगर निगम ने उन मवेशियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की। कार्रवाई देख नेवादा निवासी पिन्टू सोनकर जा पहुंचा और उनसे विवाद करने लगा। जब पशु चिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी नगर निगम उसकी बात नहीं मानी तो मारपीट पर आमादा हो गया।

पशु चिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी नगर निगम की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच व आरोपित की तलाश की जा रही है।

रमेश सिंह रावत, इंस्पेक्टर कैंट

Posted By: Inextlive