-20 सितम्बर को मेयर डॉ। उमेश गौतम ने की थी घोषणा

>BAREILLY :

नगर निगम कुतुबखाना पर फ्लाई ओवर बनाने की बात पर अड़ा है, और व्यापारी विरोध कर रहे हैं। फ्लाईओवर को लेकर चल रही खींचतान की पोल फ्राइडे को आरटीआई एक्टिविस्ट मुहम्मद खालिद जीलानी ने खोल दी। दरअसल, जिस फ्लाई ओवर को बनवाने के लिए नगर निगम और व्यापारी आमने-सामने थे, उसे बनाने के लिए नगर निगम ने राज्य सेतु निगम से फिजिबिलिटी रिपोर्ट ही तैयार नहीं कराई। इसके पहले ही मेयर डॉ। उमेश गौतम ने फ्लाई ओवर बनाने के लिए घोषणा कर दी थी, जिसका व्यापारियों ने विरोध शुरू किया था। फ्राइडे को आरटीआई की जानकारी सार्वजनिक होने के बाद मेयर से जब बात करने की कोशिश की गई तो उनका फोन नहीं उठा। जबकि आरटीआई की जानकारी होते ही नगर आयुक्त राजेश श्रीवास्तव ने साफ तौर पर पल्ला झाड़ते हुए कहा कि नगर निगम कुतुबखाना पर कोई फ्लाई ओवर बना ही नहीं रहा है।

घोषणा पर उठे सवाल

मेयर डॉ। उमेश गौतम ने एक वर्ष कार्यकाल पूर्ण करने के बाद 13 दिसम्बर को एक पे्रस कांफ्रेंस की थी। इसमें भी पत्रकारों ने कुतुबखाना पुल की बात रखी, जिस पर मेयर ने बताया कि कुतुबखाना पर फ्लाई ओवर बनेगा और विरोध करने वाले जेल जाएंगे। अब फिजिबिलिटी रिपोर्ट की हकीकत सामने आने के बाद मेयर की घोषणा पर भी सवाल उठना लाजिमी हैं, कि जब फ्लाई ओवर की कोई फिजिबिलिटी रिपोर्ट और प्रस्ताव तक तैयार नहीं है। तो फ्लाई ओवर बनेगा कैसे।

आरटीआई से हुआ खुलासा

आरटीआई एक्टिविस्ट मोहम्मद खालिद जीलानी ने आरटीआई के तहत जो सवाल पूछे उस पर राज्य सेतु निगम के उप परियोजना प्रबंधक सेतु निर्माण इकाई थर्ड, विज्येन्द्र कुमार ने जो आख्या दी उससे कुतुबखाना फ्लाईओवर की हकीकत सामने आ गई।

सवाल: राज्य सेतु निगम बरेली में प्रस्तावित कुतुबखाना फ्लाई ओवर निर्माण के लिए तैयार की गई फिजिबिलिटी रिपोर्ट उपलब्ध कराने की कृपा करें

आख्या: विभाग ने कोई भी फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार नहीं कराई है

सवाल: बरेली नगर निगम एवं शासन ने उपरोक्त फिजिबिलिटी रिपोर्ट की स्वीकृति प्रदान की गई है कृपया इसकी स्पष्ट सूचना उपलब्ध कराने की कृपा करें।

आख्या: बरेली नगर निगम ने कोई भी स्वीकृति प्रदान नहीं की गई है।

सवाल: उपरोक्त फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार कराने में नगर निगम राज्य सेतु निगम को शुल्क अथवा प्रभार के रूप में कुल कितनी धनराशि का भुगतान किया गया, कृपया प्राप्त रसीद की नगर निगम बरेली को जारी रसीद की प्रमाणित प्रति सूचना सहित उपलब्ध कराएं।

आख्या: फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार कराने के लिए नगर निगम से किसी भी प्रकार की धनराशि का भुगतान प्राप्त नहीं हुआ है।

स्मार्ट सिटी की रिवाइज बैठक में हुआ था तय

कमिश्नरी में तीन सितम्बर को नगर निगम की स्मार्ट सिटी की बैठक हुई थी। इसमें शहर को स्मार्ट बनाने के लिए पीएमसी ने शहर को स्मार्ट बनाने के प्रोजेक्ट के बारे में जानकारी दी। इसमें 10 मुख्य बिंदुओं को बताया। लेकिन उस मीटिंग में यह तय नही हो पाया कि कुतुबखाना के जाम से लोगों को कैसे निजात मिलेगी। जिसके बाद 20 सितम्बर को नगर निगम की स्मार्ट सिटी की रिवाइज बैठक हुई, जिसमे फैसला हुआ कि कुतुबखाना को जाम से निजात दिलाने के लिए फ्लाई ओवर बनेगा।

नगर आयुक्त बोले कोई मतलब नहीं

नगर आयुक्त राजेश श्रीवास्तव का कहना है कि नगर निगम की ओर से कुतुबखाना पर फ्लाई ओवर बनाने के लिए कोई परमीशन नहीं ली गई है। नगर निगम कुतुबखाने पर किसी भी तरह का कोई फ्लाई ओवर नहीं बनवा रहा है। शहर में फ्लाई ओवर बनाने की जिम्मेदारी ब्रिज कार्पोशन की होती है। इसमें नगर निगम का कुछ नहीं है।

Posted By: Inextlive