-यूनिवर्सिटीज व कॉलेजेज में छात्रसंघ चुनाव के लिए स्टूडेंट्स बनाने लगे माहौल

-एडमिशन ले रहे नये स्टूडेंट्स के बीच जा रहे संभावित प्रत्याशी

VARANASI

यूनिवर्सिटीज व कॉलेजेज में एडमिशन प्रॉसेस लगभग पूरा होते ही छात्रनेताओं की धमक कैंपस में बढ़ गयी है। कैंपस के आसपास सहित चुनाव प्रचार सामग्री से शहर के प्रमुख चौराहे पटने लगे हैं। कहीं भी छात्रसंघ चुनाव की घोषणा नहीं हुई है इसके बाद भी संभावित प्रत्याशी पानी की तरह पैसा बहा रहे हैं। उनकी चाहत है कि हर हाल में लोकसभा चुनाव से पहले छात्रसंघ चुनाव पूरा हो जाए। जिससे शहर में वे माहौल बना सकें। कम से कम विभिन्न पॉलिटिकल पार्टियों में अपनी मजबूत पैठ बना लें। यही वजह है कि छात्रनेता अपना अपना टेंपो हाई करने में जुट गए हैं।

इसलिए पहले हो जाए चुनाव

छात्रसंघ चुनाव सभी राजनीतिक पार्टियों के छात्र संगठन के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है। युवाओं को अपने साथ जोड़ने में लगे राजनीतिक दलों का इन चुनाव से अपने पक्ष में माहौल बनाने का मौका मिलता है। जिस पार्टी की सरकार होती है, उस पार्टी का छात्र संगठन किसी भी हाल में छात्रसंघ पर अपना कब्जा जमाना चाहता है। सिटी के यूनिवर्सिटीज व कॉलेजेज में बीजेपी के एबीवीपी, सपा के छात्रसभा व कांग्रेस के राछास में मुख्य लड़ाई होती है। उधर महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ, सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय, यूपी कॉलेज व हरिश्चन्द्र पीजी कॉलेज सहित अन्य में छात्रनेता प्रचार में जुट गए हैं।

सावन बाद ही मिलेगी फोर्स

काशी विद्यापीठ के मेन कैंपस को छोड़ दें तो अन्य यूनिवर्सिटीज व कॉलेजेज में प्रवेश प्रक्रिया चल रही है। यहां संभावित कैंडीडेट जमकर चुनाव प्रचार भी कर रहे हैं। लगभग सभी जगह विश्वविद्यालय व कालेज एडमिनिस्ट्रेशन जल्द से जल्द छात्रसंघ चुनाव कराकर अपनी जिम्मेदारी से मुक्त होना चाहता है। छात्रसंघ चुनाव कराने से पहले पुलिस प्रशासन की अनुमति लेना जरूरी होता है। पुलिस प्रशासन से तभी अनुमति मिलती है जब पर्याप्त संख्या में फोर्स हो। सिटी में सावन की भीड़ के चलते फोर्स की कमी है, इसलिए सावन के बाद ही छात्रसंघ चुनाव संभव है।

छात्रसंघ चुनाव के लिए यूनिवर्सिटी की ओर से कैलेंडर तय है। उसी के तहत इलेक्शन होंगे। फिलहाल इस तरह का कोई निर्देश शासन की ओर से नहीं मिला है।

डॉ। साहबलाल मौर्या, रजिस्ट्रार

काशी विद्यापीठ

Posted By: Inextlive