PATNA : भिखना पहाड़ी इलाका सुबह से ही जल रहा था. रोड़ेबाजी और आगजनी के साथ ही पुलिस की लाठियां इतनी बरसीं कि पूरा इलाका रणक्षेत्र में तब्दील हो गया.


ये विवाद संडे की रात ही शुरू हुआ था जिसे पुलिस ने सुलझा लिया था। मगर मंडे की सुबह एक बार फिर मामला भड़का जब इंद्रजीत चंद्रवंशी के सपोर्टर्स ने सड़क जाम कर दिया। इन लोगों का आरोप था कि वार्ड नम्बर 48 से जीतीं मीना देवी के पति प्रदीप ने अपने लोगों के साथ घर में घुसकर मारपीट की है। इंद्रजीत की पत्नी भी इलेक्शन लड़ी थी। वह हार गयी है.

पुलिस पर पथराव
भिखना पहाड़ी में सुबह ही इंद्रजीत के घर में घुसकर मारपीट करने का विरोध कर रहे थे। काफी देर तक सड़क पर हंगामा ओर आगजनी होती रही। आक्रोशित लोगों को हटाने के लिए जब पुलिस पहुंची तो पुलिस पर भी पथराव किया गया। कदमकुआं, पीरबहोर और बहादुरपुर थाने की पुलिस घटनास्थल पर पहुंची थी। डीएसपी टाऊन रामाकांत प्रसाद ने मोर्चा संभाल रखा था। पथराव में एएसआई आलोक कुमार और डीएसपी रामाकांत को भी चोटें आयीं।

जमकर हुआ लाठीचार्ज
हालात अनियंत्रित होने लगे। पुलिस को भी आशंका नहीं थी कि बवाल इतना बढ़ जायेगा। पुलिस ने भी पथराव का जवाब देना शुरू किया और पुरुष सहित महिलाओं को भी दौड़ा दौड़ाकर पीटा गया। लाठीचार्ज में कई महिलायें घायल हो गयीं। आलम यह हो गया कि मौका मिलते ही महिलाओं ने भी पुलिस पर खूब लाठियां चलाईं। इस मौके पर महिला कांस्टेबल का इंतजाम नहीं किया गया था। स्थिति जब खराब हुई तक कुछ महिला पुलिसकर्मियों को बुलाया गया.

घंटों सड़क पर तांडव
आक्रोशितों ने काफी देर तक हंगामा किया। टायर जलाकर आगजनी की गयी। पथराव में कई गाडिय़ों के शीशे टूट गये। सड़क से गुजरने वाले अपनी गाडिय़ां लेकर इधर-उधर भाग रहे थे। चिलचिलाती धूम में पुलिस वालों के पसीने छूट गये। आखिकार तीन घंटों की मशक्कत के बाद पुलिस ने स्थिति पर काबू पाया.

Posted By: Inextlive