RANCHI: नैती कुमारी उर्फ प्रमिला कुमारी जेल से छूटने के बाद जिला पुलिस में बहाल होना चाहती है। सिपाही बनकर राज्य व समाज की सेवा करना चाहती है। उसने बताया कि उसे कोई भी हथियार दिया जाए, वह चलाने में सक्षम है। अधिकतर मुठभेड़ में वह इंसास और कारबाईन चलाई है। मौके पर नैती ने पुलिस में बहाल और संगठन में अपने से जूनियर महिला नक्सली(अब झारखंड पुलिस की सिपाही) सुनीता से फोन पर बात भी की और कहा कि अब मैं भी आ गई हूं। ईश्वर ने चाहा तो अब हमलोग नक्सलियों के ड्रेस में नहीं, बल्कि पुलिस की वर्दी में एक-दूसरे से मिलेंगे।

ये बातें नक्सली कुंदन पाहन के दस्ते की नैती कुमारी उर्फ प्रमिला कुमारी ने कही है। सोमवार को आईजी एमएस भाटिया के समक्ष

विधायक व डीएसपी हत्याकांड में नहीं थीं शामिल

जब पुलिस ने पूछा कि क्या वो तमाड़ विधायक रमेश सिंह व डीएसपी प्रमोद हत्याकांड या पांच करोड़ रुपए लूटकांड में शामिल थीं, तो प्रमिला और उर्मिला दोनों का जवाब था कि वो संगठन में जरूर थीं, लेकिन इन घटनाओं में उनलोगों को शामिल नहीं किया गया था। डीएसपी व विधायक हत्याकांड में कुंदन पाहन, मार्शल टूटी, चांद महतो समेत कई नक्सली शामिल थे।

संगठन में अब नहीं बची कोई महिला नक्सली

प्रमिला ने बताया कि अब कुंदन पाहन के दस्ते में कोई महिला नक्सली नहीं बची है। संगठन में जो महिलाएं निक्की, भारती थीं, वो कई साल पूर्व ही संगठन छोड़ चुकी हैं। दोनों अभी कहां हैं, इसका पता न तो संगठन को है और न ही उनके परिजनों को। उसने बताया कि कुंदन की प्रेमिका भी अभी जेल में ही बंद है। प्रमिला ने बताया कि उसके गांव का एक युवक जो रिश्ते में भाई लगता है, उसे इस दलदल से निकाल कर पुलिस के पास लाया और सरेंडर करवाया।

Posted By: Inextlive