RANCHI: चारा घोटाले में सजायाफ्ता बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री व राजद के सुप्रीमो लालू यादव की हालत स्थिर है लेकिन बहुत अच्छी नहीं मानी जा रही है। उनका स्वास्थ्य बेहतर हो इसके लिए उन्हें खाने में मिलने वाले नॉनवेज यानी फि श, मटन और चिकेन बंद कर दिया गया है। डाक्टरों की टीम लगातार सेहत में सुधार का प्रयास कर रही है। उनका इलाज कर रहे डॉ डीके झा ने बताया कि साढ़े तीन महीने से लालू रिम्स में भर्ती हैं। इस दौरान लालू को दो बार स्किन में जबकि दो बार पेशाब के रास्ते में इन्फेक्शन हो चुका है। महीने में 10 से 15 बार लालू को एंटीबॉयोटिक देना पड़ता है। लालू का वॉल्व चेंज हुआ है। ऐसे में उन्हें जब भी इन्फेक्शन होता है तो खतरा बना रहता है कि इंफेक्शन वॉल्व तक न पहुंच जाए।

जमानत की मांग

लालू प्रसाद यादव दिसंबर 2017 से जेल में हैं। हालांकि, इस बीच लालू को इलाज के लिए हाई कोर्ट से कई बार औपबंधिक जमानत भी मिल चुकी है। हाई कोर्ट ने 27 अगस्त 2018 को उनकी औपबंधिक जमानत खारिज करते हुए 30 अगस्त को कोर्ट में सरेंडर करने का निर्देश दिया था। इसके बाद से लालू रिम्स में इलाजरत हैं। लालू ने मंगलवार को हाईकोर्ट में एक हस्तक्षेप याचिका दायर कर जमानत की मांग की है। उन्होंने मेरिट के अलावा अपनी उम्र और बीमारियों के आधार पर जमानत की मांग की है।

कई बीमारियां हैं लालू को

याचिका में उन्होंने बताया है कि उनकी उम्र 71 वर्ष हो चुकी है। उनकी रिपोर्ट और निचली अदालत के आदेश को देखते हुए जमानत दी जाए। उन्होंने यह भी बताया है कि निचली अदालत ने उनके मामले में सुनवाई के दौरान कई तथ्यों को नजरअंदाज किया। उन्हें गलत तरीके से दोषी करार दिया गया।

Posted By: Inextlive