चारा घोटाला में लालू प्रसाद यादव को पांच साल के लिए जेल की सजा सुनाई गई है. उन पर 25 लाख रुपये का जुर्माना भी ठोका गया है. इतना ही नहीं राजनीतिक रूप से भी उनको वनवास झेलना पड़ेगा. पढि़ए लालू के जेल जाने के क्‍या होंगे असर...


लालू बड़े पद पर उनसे ऐसी उम्मीद नहींसीबीआई ने लालू को अधिकतम सजा देने की मांग करते हुए कहा कि यह कोई साधारण मामला नहीं है और न ही लालू कोई साधारण व्यक्ति हैं. वे बड़े और जिम्मेदार पद पर थे. ऐसे जिम्मेदार व्यक्ति से इस तरह की उम्मीद नहीं की जा सकती. इस मामले में पहले ही काफी देर हो चुकी है और लोगों का कानून पर भरोसा कायम करने के लिए जरूरी है कि लालू को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए.रेल मंत्री का काम दिखा मांगी रहमलालू के वकील ने कहा कि उन्होंने मामले के जांच में सीबीआई का पूरा सहयोग किया. उनके आदेश पर ही केस दर्ज किया गया. साथ ही उन्होंने यह भी दलील दी कि रेल मंत्री के तौर पर उनका कार्यकाल काफी अच्छा रहा और उन्होंने बहुत अच्छा काम किया. इसलिए उन्हें सजा में रियायत बरती जाए.


फर्जी ढंग से निकाले 37.7 लाख रुपये

रांची की प्रवास कुमार सिंह की विशेष सीबीआई कोर्ट राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को गुरुवार को सजा सुनाएगी. 950 करोड़ रुपये के चारा घोटाले में चाईबासा कोषागार से 37 करोड़, 70 लाख रुपये फर्जी ढंग से निकालने के एक मामले में लालू सहित 44 अन्य आरोपी दोषी ठहराए गए हैं. कोर्ट ने सजा पर बहस और फैसले के लिए 3 अक्टूबर की डेट तय की थी.हाईकोर्ट में अपील के लिए एक दिनइस मामले में गुरुवार को दोपहर बाद तक फैसला आने की उम्मीद है. दशहरे को देखते हुए निचली अदालत के फैसले के खिलाफ दोषियों को हाईकोर्ट में अपील करने के लिए सिर्फ एक दिन का ही टाइम मिल पाएगा. 5 से 16 अक्टूबर तक कोर्ट में दशहरे का अवकाश रहेगा. यदि एक दिन में अपील दाखिल भी हो गई तो एक दिन में सुनवाई होने की कोई गुंजाईश नहीं है. ऐसे में लालू के वकील ने दशहरे बाद ही अपील दाखिल करने का मन बना रखा है. बाकी सब सीबीआई कोर्ट पर निर्भर करेगा.

Posted By: Satyendra Kumar Singh