- 7 आरोपियों को पटेलनगर पुलिस ने किया गिरफ्तार

- चोरी के 43 लैपटॉप बरामद, कोर्ट में पेश कर जेल भेजे आरोपी

- लग्जरी बसों में देते थे चोरी की वारदातों को अंजाम

देहरादून, लग्जरी बसों में चढ़कर पैसेंजर्स के लैपटॉप चुराने वाली एक गैंग के 7 आरोपियों को पुलिस ने अरेस्ट किया है। आरोपियों से चोरी के 43 लैपटॉप बरामद हुए हैं। बरामद लैपटॉप की कीमत करीब 20 लाख रुपए बताई जा रही है। थाना पटेलनगर में आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर उन्हें कोर्ट में पेशी के बाद जेल भेज दिया गया है। गैंग के और सदस्यों की तलाश जारी है।

लग्जरी बसों में वारदात

पुलिस के मुताबिक गैंग के शातिर लग्जरी बसों में पैंसेजर्स के लैपटॉप चोरी करते थे। वे रात को दून आईएसबीटी से अलग-अलग रूट पर चलने वाली बसों में टिकट लेकर चढ़ते थे, बस में पैसेंजर्स के सवार होते ही वे ऐसे पैसेंजर्स को चिन्हित कर लेते थे जिनके पास लैपटॉप होते थे। जैसे ही वे पैसेंजर सो जाते थे, या चाय-नाश्ते के लिए बस से उतरते थे, इसी दौरान ये चोरी की वारदात को अंजाम देते थे।

लैपटॉप निकाल डाल देते थे टाइल

गैंग के सदस्य इतने शातिर हैं, कि वे जिस पैसेंजर के बैग से लैपटॉप चोरी करते थे, उसे शक न हो इसलिए बैग में लैपटॉप के साइज की टाइल रख देते थे। आरोपी खुद के पास लैपटॉप कंपनी के अलग-अलग बैग लेकर चलते थे।

डीआईजी का भी चुराया था लैपटॉप

बीते 14 मई को आईटीबीपी के डीआईजी रविन्द्र पांडे लग्जरी बस से दिल्ली से दून आ रहे थे। खतौली पहुंचने के बाद उनकी आंख लग गई, इसी दौरान उनका लैपटॉप चोरी हो गया था। दून पहुंचकर उन्होंने एसएसपी को लैपटॉप चोरी होने की सूचना दी। एसएसपी के आदेश पर पटेलनगर थाने में केस दर्ज हुआ। इसके बाद से पुलिस आरोपियों की तलाश में जुट गई थी। पुलिस पूछताछ में पता चला कि गिरफ्तार किए गए प्रमोद और राजेंद्र ने ही डीआईजी का लैपटॉप चोरी किया था।

3 जुलाई को पुलिस को सूचना मिली कि दो व्यक्ति आईएसबीटी पर खड़े हैं, जिनके पास 4 लैपटॉप हैं। पुलिस टीम सादे कपड़ों में मौके पर पहुंची और दोनों को दबोच लिया। आरोपियों से पूछताछ की गई तो उन्होंने बसों में लैपटॉप चोरी की वारदातों को अंजाम देने की बात कबूली।

कार से बरामद हुए 39 लैपटॉप

गैंग के और शातिरों को दबोचने के लिए आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस टीम पौंटा साहिब के लिए रवाना हुई। पौंटा पहुंचकर आरोपियों ने गैंग के दूसरे लोगों की लोकेशन पुलिस को बताई। इलाके से दिल्ली नंबर की एक कार (17बी3802) को पुलिस ने पीछा कर रोका तो तलाशी लेने पर कार से 39 लैपटॉप बरामद हुए। वाहन में 5 लोग सवार थे, सभी को गिरफ्तार कर पुलिस दून ले आई।

राजस्थान, यूपी में बेचते थे लैपटॉप

सातों आरोपियों को पूछताछ के लिए पुलिस थाने लेकर आई। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे 8 से 10 हजार रुपए में लैपटॉप बेच देते थे। वे प्लैंड तरीके से टीम बनाकर काम करते थे और चोरी के लैपटॉप हनुमान गढ़ राजस्थान, अमरोहा उत्तरप्रदेश जाकर बेच देते थे।

राजेंद्र, प्रमोद, संजीव मास्टरमाइंड

लैटटॉप चोरी करने की साजिश रचने वाले मास्टर माइंड राजेन्द्र, प्रमोद, संजीव भी पुलिस के हत्थे चढ़े हैं। लैपटॉप को चोरी करने के बाद वह आठ से दस हजार रुपए में बेच देते थे। चोरी के वारदात को अंजाम देने वाले अब्दुल, सलीम, अजहर, जितेन्द्र को वह उनका कमीशन देते थे।

20 लाख के 43 लैपटॉप बरामद

- 13 एचपी

- 8 लेनेवो

- 8 डेल

- 3 आसुज

- 2 एसर

- 1 फ्यूजिट्स

- 1 गेटवे

- 1 एचसीएल

- 1 एप्पल

- 5 अन्य कंपनी

ये आरोपी गिरफ्तार

- राजेंद्र (32) पुत्र पूरण सिंह निवासी अमरोहा

- मो। अजहर (24) पुत्र नफीस अहमद निवासी मुरादाबाद

- प्रमोद कुमार (23) पुत्र वीर सिंह निवासी बिजनौर

- संजीव कुमार (20) पुत्र रणवीर सिंह निवासी अमरोहा

- अब्दुल सलीम (32) पुत्र खान मोहम्मद निवासी राजस्थान

- मो। सलीम पुत्र अहमद हसन निवासी राजस्थान

- जितेंद्र (35) पुत्र विजेंद्र निवासी अमरोहा

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लग्जरी बसों में यात्रियों के लैपटॉप चुराने वाली गैंग के सात मेंबर अरेस्ट किए गए हैं। आरोपियों से बरामद 43 लैपटॉप की कीमत करीब 20 लाख रुपए है। आरोपियों की क्राइम हिस्ट्री खंगाली जा रही है, साथ ही गैंग के और सदस्यों की तलाश की जा रही है।

निवेदिता कुकरेती, एसएसपी

Posted By: Inextlive