शहद की धार की तरह है लता दीदी की आवाज: अमिताभ बच्चन
अभिनेता अमिताभ बच्चन लता मंगेशकर को बधाई देते हुए कहते हैं, "मैं ही क्या पूरी दुनिया दिल से दुआ करती है कि लता दीदी चिरायु रहें. युगों-युगों तक अपने संगीत से हमें धन्य करती रहें. एक बार मैंने अपने पिताजी से पूछा कि लता दीदी के बारे में आपकी क्या राय है. तो वो बोले कि उनकी आवाज़ शहद की लहर की तरह है जो कभी टूटती नहीं."
बीबीसी से हुई एक ख़ास मुलाक़ात में लता मंगेशकर ने इसका जवाब दिया. वो बोलीं, " दरअसल घर के सभी सदस्यों की ज़िम्मेदारी मुझ पर थी. ऐसे में कई बार शादी का ख़्याल आता भी तो उस पर अमल नहीं कर सकती थी. बेहद कम उम्र में ही मैं काम करने लगी थी. बहुत ज़्यादा काम मेरे पास रहता था. सोचा कि पहले सभी छोटे भाई बहनों को व्यवस्थित कर दूं. फिर कुछ सोचा जाएगा. फिर बहन की शादी हो गई. बच्चे हो गए. तो उन्हें संभालने की ज़िम्मेदारी आ गई. और इस तरह से वक़्त निकलता चला गया."
लता मंगेशकर अपने दौर के सभी संगीतकारों की चहेती रहीं. करियर की शुरुआत में कई लोगों को उनकी आवाज़ में 40 के दशक की सुपरस्टार गायिका नूरजहां की आवाज़ की झलक मिली.लेकिन साल 1949 में आई 'महल' के गाने 'आएगा आने वाला ने' सारे समीकरण ही पलट कर रख दिए. इस गाने में लता मंगेशकर ने अपना अलग स्टाइल अपनाया. मधुबाला पर फ़िल्माया गया ये गीत ऐतिहासिक हिट हुआ.