- स्टूडेंट्स को मिले आपदा प्रबंधन की ट्रेनिंग: सीएम

- सूबे में भूकंप पूर्व चेतावनी के 184 में से 155 सेंसर लगाए गए

- मुख्यमंत्री ने की सचिवालय में राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के कार्यो की समीक्षा

>DEHRADUN: मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने राज्य में प्राकृतिक आपदाओं व रोड एक्सीडेंट्स की ऑनलाइन रिपोर्टिंग, डाटा कलेक्शन और प्रवर्तन के लिए डेवलप किए गए एमआईएस पोर्टल 'सचेत' का शुभारंभ किया। सीएम ने उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के कार्यो की समीक्षा के दौरान एसडीआरएफ को निर्देश दिए कि राज्य में प्राकृतिक आपदाओं व सड़क दुर्घटनाओं के दौरान नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (निमम) से कॉर्डिनेट करवहां के ट्रेनरों की भी हेल्प ली जाए।

भूकंप की चेतावनी के 49 साइरन लगे

सीएम ने औचक मॉक ड्रिल करवाने के भी निर्देश दिए। कहा, स्कूल व कॉलेज के स्टूडेंट्स को आपदा प्रबंधन की ट्रेनिंग से जोड़ा जाए। वेडनसडे को वे सचिवालय में आपदा प्रबंधन पर अधिकारियों की समीक्षा बैठक ले रहे थे। उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने जानकारी दी कि भारत मौसम विज्ञान विभाग द्वारा राज्यभर में 176 में से 139 मिट्रयॉलॉजिकल इक्विपमेंट लगा दिए गए हैं। आईआईटी रुड़की के जरिए राज्यभर में भूकंप पूर्व चेतावनी तंत्र को सुदृढ़ करने के लिए 184 में से 155 सेंसर लगा दिए गए हैं। भूकंप की चेतावनी के लिए पूरे प्रदेश में 49 साइरन भी लग चुके हैं। बैठक के दौरान कैबिनेट मंत्री प्रकाश पंत, यशपाल आर्य, सीएस उत्पल कुमार सिंह, डीजीपी अनिल रतूड़ी आदि मौजूद रहे।

पिथौरागढ़ में वायरलेस नेट संचार सुविधा शुरू

बताया गया कि वेप्कॉस द्वारा 9.97 करोड़ रुपए की लागत से पूर्णागिरी मंदिर के स्लॉप में आ रही दरारों की मरम्मत का कार्य किया जा रहा है। एसडीआरएफ द्वारा पिथौरागढ़ की ब्यांस, दरमा व चौंदास घाटी में वायरलेस इंटरनेट संचार सुविधा स्थापित करने का कार्य जल्द शुरू कर दिया जाएगा। इसी प्रकार हर की दून ट्रैकिंग रूट, पिंडारी ग्लेश्यिर टै्रकिंग रूट, गंगोत्री-भोजबासा ट्रैकिंग रूट में भी इसी प्रकार की वायरलेस इंटरनेट संचार सुविधा स्थापित करने की प्लानिंग है।

दर्शन सिंह, बीसी कांडपाल व दीपशिखा सम्मानित

सीएम ने आपदा प्रबंधन विभाग के तहत आपदा प्रबंधन खोज-बचाव दल में सराहनीय कार्यो के लिए चमोली जिले में तैनात दर्शन सिंह को सम्मानित किया। दर्शन सिंह ने 13 अगस्त 2018 को कोटेश्वर मंदिर रुद्रप्रयाग में अलकनन्दा नदी के तट पर ड्यूटी के दौरान नदी में बहती बालिका को चुनौतियों की बीच बचाया था। जबकि अल्मोड़ा जिले में युवा कल्याण व प्रांतीय रक्षक दल विभाग में आउटसोर्स से तैनात भुवन चन्द्र कांडपाल को आपदा व वाहन दुर्घटना के समय खोज और बचाव कार्यो के लिए सम्मानित किया गया। दून की जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी दीपशिखा रावत को भी सम्मान दिया गया।

- भूकंप की पूर्व चेतावनी को हरिद्वार, दून व काठगोदाम के 100 स्थानों व एसईओसी व डीईओसी पर लगाए जा रहे हैं साइरन।

- टीएचडीसीआईएल की हेल्प से कोटेश्वर व ऋषिकेश के मध्य गंगा किनारे 8 स्थानों पर वॉइस मैसेज के साथ लगाए जा रहे साइरन।

- विजन 2020 के तहत एसडीआरएफ द्वारा अभी तक 5381 महिला मंगल दलों का किया गया ट्रेंड।

- 4995 युवा मंगल दलों व 87 एनजीओ को प्राकृतिक आपदाओं के दौरान राहत व बचाव कार्यो की मिल चुकी है ट्रेनिंग।

- जिलों में अभी तक दिए जा चुके हैं 74 सेटेलाइट फोन्स।

- अतिरिक्त 79 सेटेलाइट फोन्स भी जल्द कराए जाएंगे उपलब्ध।

- जिलों में आपदा घटित होने के बार सर्विलांस व मॉनिटरिंग के लिए ड्रोन की व्यवस्था

- आपदाओं के प्रभावी प्रबंधन को डिस्ट्रिक्ट लेवल पर बनाए जा रहे जीआईएस सेल।

Posted By: Inextlive