शहर में कच्चे चमड़े की खपत को लेकर अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल को बेहतर संभावनाएं मिली हैं। मंगलवार को शहर के साथ ही उन्नाव, जैनपुर तक टीम ने चमड़े की खपत व पर्यावरण संरक्षण के बिंदुओं पर पड़ताल की। शाम को चर्म निर्यात परिषद के कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में व्यावसायिक साझेदारी को मजबूत करने पर जोर दिया। उधर, शहर के चर्म निर्यातकों व निर्माताओं ने अब कार व जहाज की सीटों को बनाने की तरफ कदम बढ़ाए हैं। अमेरिका से आए ट्विन सिटी हाइड के डेविड एल पीटर्स अमेरिकन हाइड स्किन एंड लेदर एसोसिएशन के अध्यक्ष स्टीफन एम सॉथमैन व वेट ब्लू हाइड के निदेशक जैसन चियंग ने एक सप्ताह के शहर के दौरे में दूसरे दिन जाजमऊ, उन्नाव, जैनपुर समेत चर्म उत्पादों से जुड़े कारोबारियों से विचार साझा किए। अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण कच्चे माल का अमेरिका से आयात कर इटैलियन तर्ज पर शहर के उत्पाद भी अंतरराष्ट्रीय बाजार में चमक बिखेरने में कामयाब हो सकते हैं। वहीं, चर्म निर्यात परिषद के चेयरमैन मो। इफ्तिखार, क्षेत्रीय निदेशक ओपी पांडेय व असद ईराकी ने सोफा, बेड सीट, जूता, जैकेट समेत विभिन्न तरह के उत्पादों के बाद अब चर्म उद्योग के कदम कार व जहाज की सीटें बनाने की तरफ बढ़ने की जानकारी दी।

पर्यावरण सुधारने को बेहतर तकनीक

अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि अमेरिका की टेनरियों में पर्यावरण बेहतर रखने की आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल किया जाता है केमिकल बेस तकनीक से शोधन बेहतर रहता है। कानपुर में भी टेनरी इसी तर्ज पर काम कर रही हैं। प्लांट में भी डिस्चार्ज व्यवस्था और बदलाव लाएगी।

साझेदारी से खुलेंगे नए विकल्प

अमेरिका से चमड़ा आयात करने से शहर में उद्यमिता के नए विकल्प खुलेंगे। शहर अमेरिका के साथ जुड़ा तो 14 अंतरराष्ट्रीय बाजारों से सीधे संपर्क हो सकेगा। 2014 में अमेरिका ने चर्म उत्पादन में 50 फीसद की वृद्धि की है। शहर में भी कुछ ऐसी ही तेजी देखने को मिल रही है। साथ ही उद्यमियों को प्रशिक्षण देने में काफी हद तक मदद मिल सकेगी।

Posted By: Inextlive