- मवाना रोड पर नेहरू नगर में दिखे तेंदुए के पैरों के निशान

- कैंट के बाहरी जंगल में बारिश के दौरान खोजा गया तेंदुआ

- तेंदुए को पकड़ने के लिए लगाए गए पिंजरे, जल्द फंसेगा

Meerut : शहर में रोज तेंदुए का शोर मचता था। पुलिस वाले और वन विभाग की टीम मौके पर जाती थीं, लेकिन लोगों की बातों और उनके द्वारा दिखाए गए पैरों के निशानों को एक्सपर्ट टीम नकार देती थी। आखिर में सातवें दिन जो निशान मिले, उसे न तो एक्सपर्ट टीम नकार पाई और न वन विभाग। अब उसे पकड़ने के लिए पिंजरा भी लगा दिया है। एक साथ कई टीमें गश्त कर रही हैं।

सातवें दिन हाथ लगे निशान

शनिवार को वाइल्ड लाइफ ट्रस्ट ऑफ इंडिया की एक्सपर्ट्स टीम और वन विभाग की टीम तेंदुए को खोजते हुए आर्मी एरिया के जंगलों में जा पहुंची। जहां फायरिंग रेंज के आसपास और गंगानगर के पास में नाले वाली रोड पर पड़ने वाले इलाके नेहरू नगर व मीनाक्षी पुरम में तेंदुए को खोजा गया। आखिर में तेंदुए के निशान मिल ही गए। शहर से करीब पांच किलोमीटर दूर कैंट एरिया और मामेपुर गांव के पास जंगल में तेंदुए के पैरों के निशान मिल ही गए। वन विभाग की टीम और एक्सपर्ट्स ने माना कि ये निशान तेंदुए के ही हैं।

शुरू हुआ अभियान

जैसे ही तेंदुए के पैरों के निशान मिले और उसके जाने व आने की स्थिति पता चली वैसे ही उसे पकड़ने की प्लानिंग शुरू हो गई। वन विभाग की टीम ने मामेपुर से एक किलोमीटर पहले कैंट के जंगल एरिया में पिंजरे लगवा दिए। साथ ही वहां आसपास किसी भी व्यक्ति को जाने से मना किया। क्योंकि तेंदुआ आदमी की गंध सूंघने के बाद उस ओर नहीं आएगा। वन विभाग और पुलिस की टीमें डिफेंस कॉलोनी, गंगानगर , लालकुर्ती और कंकरखेड़ा में पूरी रात गश्त करेंगी।

शहर में नहीं आएगा

वन विभाग और एक्सपर्ट्स टीम का दावा है कि अब तेंदुआ शहर में नहीं आएगा। वह लगातार जंगल की ओर बढ़ता जा रहा है। पहले वह कैंट के आरवीसी के अपास देखा गया, इसके बाद तोपखाना और अब एकदम बाहरी जंगल में। वन अधिकारियों का ये भी कहना है कि वह कभी आदमी पर अटैक नहीं करता। अगर करेगा तो गुस्से में और तंग आकर ही करेगा।

कैंट के बाहरी जंगल में तेंदुए के पैरों के निशान मिले हैं। जिन्हें देखने के साथ ही तुरंत पहचान लिया गया था। अब तेंदुए को पकड़ने के लिए मामेपुर गांव के पास जंगल में पिंजरे लगाए गए हैं। हो सकता है रात में ही पकड़ा जाए। इसके चलते हम रात में गंगानगर, डिफेंस कॉलोनी, लालकुर्ती और कैंट एरिया में गश्त करते रहेंगे।

- सुशांत शर्मा, डीएफओ

Posted By: Inextlive