- घट गए एटीएम तो बैंकों पर डिपेंड होगी पब्लिक

- अभी 9 हजार गोरखपुराइट्स पर एक एटीएम मशीन है इंस्टॉल

GORAKHPUR: एटीएम आने से पहले बैंकों में कैश जमा करना तो आसान होता था लेकिन निकालना उतना ही मुश्किल। बैंकों की ब्रांचेज में लंबी-लंबी निकासी लाइनें लगी होती थीं। जिन बैंकों का कैंपस छोटा होता था वहां तो लाइन कई बार कैंपस से भी बाहर चली जाती थी। एटीएम इंस्टॉल होने के साथ समस्या से लोगों को छुटकारा मिला तो बैंक स्टॉफ को भी राहत मिली। एटीएम कार्ड से अपने अकाउंट का पैसा पूरे देश में कहीं भी निकालना आसान हो गया। इसकी वजह से बैंक की ब्रांचेज से पैसा लेने वालों की संख्या कम हो गई। कंफेडरेशन ऑफ एटीएम इंडस्ट्री की आशंका के बाद कि मार्च 2019 में आधे से अधिक एटीएम बंद हो जाएंगे, बैंकों व अकाउंट होल्डर्स को फिर से पुरानी समस्या के लौटने का डर सताने लगा है।

9 हजार आबादी पर एक एटीएम

गोरखपुर में तीस से अधिक बैंकों के 499 एटीएम हैं, जिन्हें सुविधानुसार यूज किया जा सकता है। ज्यादातर शहरी एरिया में हैं और चौबीसों घंटे उपलब्ध रहते हैं। कई एटीएम खराब भी रहते हैं। जिले की 45 लाख आबादी के हिसाब से देखें तो 9 हजार की आबादी पर औसतन एक एटीएम इंस्टॉल किया गया है। हालांकि शहरी एरिया में दो एटीएम के बीच की दूरी काफी कम है जबकि रुरल एरिया में किलोमीटर से भी ज्यादा का फर्क होता है। कंफेडरेशन की आशंका सही साबित होती है तो 18 हजार की आबादी पर एक एटीएम का औसत हो जाएगा, जिससे समस्या हो सकती है।

बैंकों में बढ़ जाएगी भीड़

कंफेडरेशन के मुताबिक बात करें तो शहर में 2019 मार्च के बाद 250 एटीएम बंद हो जाएंगे। एटीएम बंद होने से सबसे अधिक प्रभावित होंगे बैंक क्योंकि पैसा नहीं मिलने पर लोग बैंक ब्रांच जाकर कैश निकासी करेंगे। साथ ही जो एटीएम काम कर रहे होंगे उनपर कैश के लिए लाइनें लगेंगी। इस समय जहां बैंकों में कैश के लिए 30 से 40 लोग आते हैं, एटीएम मशीन घटने के बाद इनकी संख्या दो गुना तक बढ़ सकती है। जिसको लेकर अभी चिंता जाहिर की जा रही है कि बैंक स्टॉफ को भी काफी समस्या हो सकती है।

बॉक्स

रुरल एरिया में होगी प्रॉब्लम

बैंक व एटीएम्स के ज्यादातर ब्रांचेज शहरी एरिया में होते हैं क्योंकि मार्केट भी वहीं पर होते हैं। कंपनियां एटीएम बंद करने के लिए उनको ज्यादा पसंद करेंगी जिनका टर्नओवर कम है। शहर के एटीएम में आमतौर पर कार्ड के ज्यादा यूजर्स होने की वजह से वहां टर्नओवर भी जल्दी हो जाता है। लेकिन रुरल एरिया में टर्नओवर कम होने के कारण एक्सपर्ट आशंका जता रहे हैं कि प्राइमरी लेवल पर उन्हीं को बंद किया जाएगा।

बैंक ब्रांच एटीएम

एबीआई 74 161

बैंक ऑफ बड़ौदा 9 18

पीएनबी 40 80

इलाहाबाद बैंक 26 17

यूनियन बैंक 19 41

सेंट्रल बैंक 17 15

यूको बैंक 14 11

केनरा बैंक 11 15

ओरियंटल बैंक 6 6

बैंक ऑफ इंडिया 4 9

सिंडिकेट बैंक 7 6

पूर्वाचल बैंक 75 0

कोट्स

एटीएम मशीन होने से हम लोगों को काफी राहत मिलती है। जिनसे कहीं से भी पैसा निकाला जा सकता है। एटीएम की संख्या घटने पर समस्या बढ़ जाएगी।

- महेन्द्र यादव, बिजनेसमैन

एटीएम में कैश ही समस्या पिछले एक साल से बनी हुई है। कैश के लिए कई चक्कर घूमना पड़ता है। एटीएम अगर बंद हो गए तो समस्या और बढ़ जाएगी।

- विक्की, प्रोफेशनल

वर्जन

कंफेडरेशन ने चतावनी जारी की है। गोरखपुर में अभी उसका कोई प्रभाव नहीं हुआ है। एटीएम बंद करने से पहले पब्लिक की सुविधा पर विचार किया जाएगा।

- महेश प्रसाद गुप्ता, लीड बैंक मैनेजर

Posted By: Inextlive