-पा‌र्श्व गायिका स्नेहा पंत को पसंद नहीं हैं आज के गाने

-बचपन से गाने का शौक, बिल्कुल भी पसंद नहीं एक्टिंग

Meerut: अपनी सुरीली आवाज में गाए गानों से लोगों के दिलों में जगह बनाने वाली बॉलीवुड की गायिका स्नेहा पंत को आजकल के तड़क भड़क वाले गाने पसंद नहीं है। उनका मानना है कि ऐसे गानों की लाइफ बेहद कम होती हे। यह शोर है, जो दिलों पर दस्तक भी नहीं दे पाते हैं, 'दैनिक जागरण' के डांडिया रास में पहली बार मेरठ आई स्नेहा ने आईनेक्स्ट संग विस्तार से बातचीत की।

- आपको बॉलीवुड में किस तरह का काम पसंद आता है?

स्टेज और फिल्म दोनों में गाना पसंद है। लेकिन स्टेज पर उसे लिप्सिंग (केवल होठ हिलाने वाली प्रवृति) पसंद नहीं है। उसने हमेशा लाइव गाने गाए हैं।

- रियलिटी शो में गायक के काम की पहचान वोटिंग से होती है, क्या मानना है आपका?

टीवी पर गानों के रियलिटी शो पर वोटिंग के माध्यम से चुनाव पसंद नहीं है। शो के दौरान जज निर्णय करें, वहीं सही है।

- अगर कभी फिल्मों में अभिनय का मौका मिला, तो करना चाहेंगी?

मुझे गाना पसंद है, फिल्मों में एक्टिंग नहीं पसंद है।

- अभी आप किन फिल्म के लिए गाने गा रही हैं?

हम जिन फिल्मों के गानों की रिकार्डिग करते हैं, उस समय यह भी नहीं पता होता है कि हम किस फिल्म और किस एक्टर के लिए गा रहे हैं। केवल कुछ बड़े बैनर वाली फिल्मों में गाने के समय ही पता चल पाता है। हां आने वाली कुछ फिल्मों में जरूर मेरे गाए गाने सुनने को मिल सकते हैं। ऐसी ही एक फिल्म का गीत आके तेरे करीब यू टयूब पर काफी पसंद किया जा रहा है।

- नई पीढ़ी को क्या मैसेज देना चाहेंगी?

नई पीढ़ी काफी स्मार्ट है, वो बहुत कुछ जानते हैं। लेकिन उन्हें हर रोज रियाज करना चाहिए। तभी आवाज में धार आ पाएगी।

बायोग्राफी

स्नेहा पंत मूल रूप से नैनीताल की रहने वाली हैं। उनका परिवार दिल्ली आकर रहने लगा। पिता एविएशन से रिटायर्ड हैं और मां रेडियो और अन्य जगहों पर स्टेज पर गाना गा चुकी हैं। स्नेहा बचपन में गायिका नहीं बनना चाहती थी, लेकिन क्998 में सारेगामा उनके करियर का टर्निग प्वाइंट रहा। लोगों ने आवाज को पसंद किया, इससे पूरी लोकप्रियता भी हासिल हुई। यहीं से कल्याण जी आनंद जी की देखरेख में संगीत सीखने लगीं, उसके बाद फिल्मी गानों का सफर शुरू हुआ। वर्ष ख्000 में 'यादें' फिल्म में 'ये दिल की दूरियां .' गीत को खूब पसंद किया। स्नेहा ने बताया कि मस्ती का 'ऑन द रूफ इन दे रेन', गोलमाल का 'क्यों आगे पीछे', अतिथि तुम कब जाओगे फिल्म का 'सुनहरी रात', बागबां का 'ओ जय जगदीश', तुमको न भूल पाएंगे फिल्म का 'ईद मुबारक' आदि गीतों को लोगों ने खूब पसंद किया। स्नेहा शादीशुदा हैं और उन्होंने लव मैरीज की है।

Posted By: Inextlive