-नमामी गंगा राष्ट्रीय स्वच्छ भारत कार्यक्रम के तहत मांगी जानकारियां

-22 दिसंबर को भारत सरकार को भेजनी है प्रदेश शासन को सूचना

-उत्तराखंड शासन ने 15 दिसंबर तक नगर निकायों से मांगी जानकारी

ROORKEE (JNN) : भारत सरकार ने नमामी गंगा राष्ट्रीय स्वच्छ भारत कार्यक्रम के तहत उत्तराखंड शासन से गंगा किनारे बसेगांव एवं शहर की सूची मांगी है। ख्ख् दिसंबर तक सूची भारत सरकार को भेजी जानी है।

सूचना उपलब्ध कराने के निर्देश

गंगा की स्वच्छता को लेकर भारत सरकार बेहद चिंतित दिख रही है। भारत सरकार के संयुक्त सचिव नीरज मोंडल ने नमामी गंगा राष्ट्रीय स्वच्छ भारत कार्यक्रम के तहत उत्तराखंड शासन के शहरी विकास विभाग के सचिव डीएस गब्र्याल को पत्र लिखकर सूचनाएं उपलब्ध कराने को कहा है, जिसमें गंगा किनारे बसे विभिन्न जिलों के ग्राम व शहर की सूची समेत नगर निगम के अंतर्गत कूड़ा निस्तारण की वर्तमान स्थिति पर विभिन्न बिंदुओं पर मांगी गई है। इसके लिए शहरी विकास सचिव ने नगर निकायों को पत्र जारी कर क्भ् दिसंबर तक सूचनाएं उपलब्ध कराने के लिए निर्देशित किया है। सहायक नगर अधिकारी उत्तम सिंह नेगी ने बताया कि रिपोर्ट में रोजाना कूड़ा कितना एकत्रित होता है, कूड़ा उठाने की प्रक्रिया, संसाधनों की सूची, कूड़ा निस्तारण आदि बिंदुओं का जिक्र किया जाना है।

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यहां की मांगी सूची

हरिद्वार, ऋषिकेश, गोपेश्वर, टिहरी, रानीपुर, श्रीनगर, जोशीमठ, उत्तरकाशी, गौचर, मुनि की रेती, कर्णप्रयाग, रुद्रप्रयाग, कीर्तिनगर, नंदप्रयाग, बद्रीनाथ, देवप्रयाग

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मांगी सीवरेज व एसटीपी की सूचना

रुड़की नगर निगम समेत अन्य निकायों में सीवरेज को लेकर वर्तमान स्थिति के बारे में भी भारत सरकार को अवगत कराना है। इसके लिए सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट व पाइपलाइन की स्थिति आदि के बारे में सूचनाएं मांगी है। शासन ने जल संस्थान के अधिशासी अभियंता हरिद्वार को पत्र प्रेषित कर जल्द ही सूचनाएं उपलब्ध कराने के लिए निर्देशित किया है।

Posted By: Inextlive