Patna: वो कॉलेज तो आती है लेकिन क्लास नहीं कर पाती. क्लास खत्म होने का इंतजार करती है फिर अपनी फ्रेंड्स के नोट्स से पढ़ाई पूरी करती है. यह कहानी किसी एक दिन की नहीं बल्कि गुड्डी के लिए रुटीन है.

 

 

बीसीए स्टूडेंट गुड््डी पांव से हैंडिकैप्ड है
जेडी वीमेंस कॉलेज की बीसीए स्टूडेंट गुड््डी पांव से हैंडिकैप्ड  है। वो घर से तो जैसे तैसे कॉलेज आ जाती है लेकिन सीढिय़ों पर चढ़ कर क्लास तक नहीं जा पाती। क्लास को नीचे के फ्लोर पर शिफ्ट करने के लिए गुड््डी ने कई बार प्रिंसिपल को रिक्वेस्ट भी किया है। लेकिन अभी तक कुछ भी नहीं हुआ है।

अटेंडेंस का टेंशन

गुड्डी के अनुसार उसका अटेंडेंस नहीं बन पाता है। गुड्डी ने बताया कि कॉलेज में फोर्थ फ्लोर पर बीसीए डिपार्टमेंट का क्लास चलता है। उपर नहीं चढ़ सकती इसलिए मैं क्लास नहीं कर पाती। सुबह सात से एक बजे दिन तक बीसीए का क्लास होता है। इस बीच दो घंटे 9 से 11 बजे तक ब्रेक होता है.इस ब्रेक में गुड्डी दोस्तों की मदद से अपनी पढ़ाई पूरी करती है। सुबह 7 बजे से क्लास शुरू होता है। पढ़ाई तो जैसे तैसे पूरी हो जाती है लेकिन अटेंडेंस नहीं बन पाता है।

सेकेंड इयर में प्रॉब्लम

गुड््डी ने बताया कि फस्र्ट इयर में ग्राउंड फ्लोर पर क्लास होता था, इस कारण मैं आसानी से क्लास कर पाती थी। लेकिन सेकेंड इयर में क्लास को फोर्थ फ्लोर पर शिफ्ट कर दिया गया। इस कारण क्लास नहीं कर पाती। बीसीए में एडमिशन लेने में मुझे हर साल 21 हजार रुपए देने होते हैं। मैंने प्रिंसिपल के पास कई बार अपनी प्रॉब्लम को रखा है। प्रिंसिपल कहती हैं कि एक स्टूडेंट्स के कारण क्लास शिफ्ट नहीं हो सकती है. 


Other Side
हर एकेडमिक इंस्टीट्यूट को क्लासेज शुरू करने से पहले हैंडिकैप्ड स्टूडेंट्स के लिए ऑल इंडिया इंस्टीच्यूट ऑफ फिजिकल मेडिसीन एंड रिहैबिलिटेशन, मिनिस्ट्री ऑफ हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर से सर्टिफिकेट लेना होता है। लेकिन पटना के किसी कॉलेज के पास यह सर्टिफिकेट नहीं है। इस संबंध में मगध यूनिवर्सिटी के रीजनल सेंटर के एडमिनिस्ट्रेटिव ऑफिसर डॉ। मनोज कुमार ने बताया कि प्रोविजन तो है, लेकिन अभी तक कॉलेज की ओर से यह प्रयास नहीं किया गया है। पटना यूनिवर्सिटी और मगध यूनिवर्सिटी के तमाम कॉलेजों का एक जैसा हाल है। डिसेबल स्टूडेंट्स के लिए किसी भी कॉलेज में प्रॉपर अरेंजमेंट नहंी है। स्टूडेंट्स की सुविधा के लिए ना तो रैंप की व्यवस्था है और ना ही क्लास को शिफ्ट किया जाता है. 

Highlights
इन कॉलेजों में हैंडिकैप्ड के लिए जीरो अरेंजमेंट
- एएन कॉलेज
- जेडी वीमेंस कॉलेज
- पटना कॉलेज
- साइंस कॉलेज
- बीएन कॉलेज
- अरविंद महिला कॉलेज यहां हालात हैं बेहतर
- मगध महिला कॉलेज
- वीमेंस टे्रनिंग कॉलेज बीसीए डिपार्टमेंट पहले ग्राउंड फ्लोर पर चलता था। लेकिन कुछ दिनों पहले उसे शिफ्ट कर दिया गया। इस कारण यह प्रॉब्लम हुई है। हम विचार कर रहे हैं कि इसे नीचे शिफ्ट कर दिया जाएगा।
डॉ। उषा सिंह, प्रिंसिपल, जेडी वीमेंस कॉलेज 
यह सही है कि कॉलेज या यूनिवर्सिटी लेवल पर हैंडिकैप्ड स्टूडेंट्स के लिए सुविधाएं नहीं है। लेकिन हम जल्द ही इस पर कुछ ना कुछ करेंगे।
प्रो। अरुण कुमार सिन्हा, वीसी, पटना यूनिवर्सिटी  

इस तरह स्टूडेंट्स के साथ करना सही नहीं है। हमारे नॉलेज में यह नहीं था। या तो क्लास को नीचे शिफ्ट किया जाए नहीं तो उसे पूरी सुविधा ग्राउंड फ्लोर पर ही मिले।
डॉ। नंदजी कुमार, वीसी, मगध यूनिवर्सिटी hindi news from PATNA desk, i next live
  Posted By: Inextlive