- डॉक्टर राणा को दी गई थी इस मामले की जांच

- आरोपी का साथ दे रहे हैं जांच करने वाले अधिकारी

Meerut एक बच्चे की जन्म से पहले ही गर्भ में मौत हो गई। गलत दवा से एक आठ साल की बच्ची की मौत हो गई। कुछ ऐसा ही केस एक महिला का भी था। मुंडाली गांव में लोगों ने इसके लिए फरमान की डॉक्टरी को जिम्मेदार ठहराया है। तहसील दिवस में डीएम से शिकायत की गई तो उन्होंने सीएमओ को जांच सौंप दी। इसके बावजूद आरोपी बेखौफ हो कर लोगों को मौत का इंजेक्शन लगा रहा है। आलाधिकारी जांच पर भी कुछ नहीं बोल रहे हैं। यही कारण है कि उनके ऊपर भी मिलीभगत का आरोप लग रहा है।

तो यह है मामला

मुंडाली गांव के मोहम्मद इस्माईल पुत्र मोहम्मद असलम और उसके साले मोनू ने थाना मुंडाली में अपने बच्चे की मौत का इलजाम झोलाछाप फरमान पर लगाया था, जिसकी शिकायत ख् सितंबर को तहसील दिवस में की गई थी। आरोप है कि फरमान मुंडाली में क्लीनिक चलाता है, जबकि उसके पास किसी भी संस्था या मेडिकल कॉलेज का प्रमाण पत्र नहीं है। यह भी आरोप है कि वह पैसे लेकर गर्भपात भी कराता है। उस पर आरोप है कि उसने नकली ल्यूकोल सीरप दिया, जिससे इस्माईल की पत्‍‌नी सबनम खातून की हालत बिगड़ी और गर्भ में पल रहे बच्चे की मौत हो गई थी। तहसील दिवस में डीएम से शिकायत की गई तो उन्होंने सीएमओ को जांच सौंपी।

विभाग की मिलीभगत

शिकायतकर्ता का आरोप है कि इस मामले में सीएमओ कार्यलय में तैनात डॉ। राणा खुद फरमान से मिले थे। सेटिंग का खेल शुरू हुआ तो सीएमओ ऑफिस में पेड़ के नीचे डॉ। अशोक राणा से बात भी की। सभी शिकायत सच होने के बावजूद भी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी जांच की बात कहकर मामले को टाल रहे हैं, जिससे मिलीभगत जाहिर हो रही है। फिलहाल झोलाछाप फरमान खुले आम डॉक्टरी कर रहा है।

खुले आम धमकी

इस्माईल का कहना है कि फरमान उसे जान से मारने की धमकी देता है। आरोप है कि जब भी फरमान को किसी गलत काम के लिए रोका जाता है तो वह लड़ने के लिए तैयार हो जाता है। फरमान को जब शिकायत की भनक लगी तो वह इस्माईल को मरवाने की धमकी देने लगा। इस कारण इस्माईल को अपनी जान का भी खतरा है।

पहले भी बिगड़े हैं कई केस

- क्भ् दिन पहले ग्राम मुंडाली में रहने वाले मोहम्मद इस्माईल की पत्‍‌नी सबनम खातून के गर्भ में सात माह का बच्चा था। फरमान ने उसे ल्यूकोल सीरप दिया था, जिसे पीते ही उसकी पत्‍‌नी की हालत गंभीर हो गई और उसके बच्चे की मौत हो गई।

- एक महीने पहले आठ साल की बच्ची को बुखार था, यह बच्ची भी मुंडाली गांव की ही थी। उसे न जाने कौन सी दवा दी थी, जिससे उसकी मौत हो गई।

- ख्ख् दिन पहले गांव की फातिमा के गर्भ में छह माह के बच्चे की मौत हो गई। फरमान ने ही उसे दवा व सीरप दिया था। जिसके बाद उसकी हालत बिगड़ी और बच्चे की मौत हो गई।

कोई नहीं कर रहा सुनवाई

सीएमओ से शिकायत की है। थाने में भी लिखकर दिया था। कुछ दिन पहले सीएमओ ऑफिस में डॉ। राणा को आरोपी के साथ बात करते भी देखा था। तभी से वह टाल मटोल कर रहे हैं। कोई सुनवाई नहीं हो रहीं है।

-मो। इस्माईल, शिकायतकर्ता

इससे पहले भी फरमान ने काफी केस बिगाड़े हैं। कई बार शिकायत की गई है, मगर कोई सुनवाई नही हो रही है। इस मामले में जो भी शिकायत करता है, उसे जान से मारने की धमकी दी जाती है।

-मोनू, गांव मुंडाली

भले ही जांच की जिम्मेदारी मुझे दी गई है, लेकिन इस बारे में मैं कुछ नहीं कह सकता। जांच चल रही है, इस बारे में सीएमओ साहब से ही बात करें तो अच्छा होगा।

-डॉ। अशोक राणा, जांच अधिकारी

इस बारे में जांच चल रही है। फिलहाल कुछ भी नहीं कहा जा सकता है। कार्रवाई जांच पूरी होने के बाद ही होगी, अभी इसकी प्रक्रिया चल रही है।

-डॉ। अमीर सिंह, सीएमओ

इस मामले में सीएमओ को जांच सौंपी गई है। अगर जल्द कार्रवाई न की गई तो संबंधित अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा।

-एसके दुबे, एडीएम सिटी

Posted By: Inextlive