Mobile की तरह DTH में शुरू होने वाली है portability service-बिना set top box बदले ही ले सकेंगे दूसरे operator का channel package


मनोरंजन के क्षेत्र में घमासान के बादल मंडरा रहे हैं। मोबाइल नम्बर पोर्टेबिल्टी  के बाद ''डायरेक्ट टू होम, डीटीएचÓÓ पोर्टेबिल्टी ने दस्तक दे दी है। हालांकि ट्राई ने अभी इसकी मंजूरी नहीं दी है लेकिन अपना कस्टमर बेस बचाए रखने के लिए ज्यादातर डीटीएच कंपनियों ने ग्राहक को बिना सेट टाप बाक्स बदले डीटीएच ऑपरेटर बदलने की सुविधा देने की तैयारी कर ली है।
इससे अच्छा तो केबल है
अकबरी गेट निवासी एस एम रजीन ने एक नामी कंपनी की डीटीएच लगवाया लेकिन एक हफ्ते की भीतर उन्हें समझ में आ गया कि इससे बेहतर तो उनका केबिल था। कभी चैनल न आना तो कभी स्क्रीन फ्रीज हो जाना, इसकी शिकायत करने पर उन्हें एक टॉलफ्री नम्बर दिया जाता था जो कभी लगता ही नहीं था। आखिरकार एक महीने की जद्दोजहद के बाद उन्होंने सेट टाप बाक्स को भूल कर वापस केबिल ऑपरेटर की शरण ली। यह कहानी सिर्फ एसएम रजीन की नहीं बल्कि ऐसे बहुत से यूजर्स की है जो या तो चैनल के पैकेज और या फिर उसकी सर्विसेज को लेकर अपने डीटीएच ऑपरेटर बदलना चाहते हैं लेकिन पैसे खर्च करने के कारण वह आपरेटर के साथ मजबूरी में बंधे रहते हैं।

कस्टमर बेस
डिश टीवी 2004 में लांच हुआ - 1 करोड़ 10 लाख ग्राहक
टाटा स्काई 2006 में लांच हुआ - 71 लाख ग्राहक
सन डायरेक्ट 2007 में लांच हुआ - 61 लाख ग्राहक
रिलायंस डिजिटल 2008 में लांच हुआ - 32 लाख ग्राहक
एयरटेल डिजिटल 2008 में लांच हुआ - 63 लाख ग्राहक
वीडियोकान डी2एच 2009 में लांच हुआ - 30 लाख ग्राहक
(आंकड़े राष्ट्रीय हैं)
कम दाम, बढिय़ा सेवा
प्रति दिन ब्याज, एक महीने में चार एटीएम से फ्री ट्रांजेक्शन, बिना नम्बर बदले मोबाइल ऑपरेटर बदलने की छूट, इंश्योरेंस सेक्टर में क्रांतिकारी बदलाव के बाद इंडिया में एक और बड़ा बदलाव होने वाला है। यह बदलवा है डायरेक्ट टू होम इंटरटेटमेंट का। अब ग्राहक किसी एक खूंटे से बंध कर नहीं रहेगा। उसे जहां कम दाम में बढिय़ा सेवा मिलेगी वह वहीं जाएगा। डिश टीवी ने इसकी शुरूआत कर दी है और दूसरे डीटीएच आपरेटर ट्राई की ओर से हरी झंडी मिलने का इंतजार कर रहे हैं।

क्या है शुरूआत
डिश टीवी ने 990 रुपए में कंडीशनल एक्सेस माडयूल (सीएएन) नाम से एक एसी डिवाइस पेश की है जो सेट टाप बाक्स में लगा दी जाए तो ऑपरेटर बदल जाएगा। ऐसा उसने दूसरे कंपनियों के ग्राहकों को अपने पाले में करने के लिए किया है। इसमें उसका 600 रुपए वाला चैनल पैक की कास्ट भी शामिल बताई जा रही है। पूअर केबिल मनोरंजन के कारण लोगों का रुझान तेजी से सेट टॉप बाक्स की ओर हो रहा है। कंपनियों का बढ़ता कस्टमर बेस यह बताने के लिए काफी है। सेट टाप बाक्स बेचने वाले पीयूष गुप्ता कहते हैं कि ज्यादातर लोग इसे अपनाना चाहते हैं लेकिन कुछ कारणों से इसे ज्वाइन नहीं कर पा रहे हैं। अगर पोर्टेबिल्टी लागू होती है तो पूरे ट्रेड को फायदा होगा। आनंद कहते हैं कि कम से कम 2,500 रुपए का निवेश करना होता है, ऐसे में बहुत से लोग होते हैं जो रिस्क लेना नहीं चाहते। इस इंडस्ट्री में पोर्टेबिल्टी समय की जरूरत है।

डीटीएच पोर्टेबिल्टी लागू होने में अभी समय है, जितना कस्टमर चाहिए अभी इस इंडस्ट्री से उतने लोग नहीं जुड़े हैं। पोर्टेबिल्टी आने के बाद ग्राहक का स्मार्ट कार्ड चेंज कर दिया जाएगा। जिस तरह से मोबाइल में सिम कार्ड होता है उसी प्रकार से सेट टाप बाक्स में स्मार्ट कार्ड होता है। अगर पोर्टेबिल्टी लागू होती है तो हम इसका स्वागत करते हैं क्योंकि हमे अपनी सर्विसेज पर भरोसा है।
नितिन कपूर, सन डायरेक्ट अधिकारी

पोर्टेबिल्टी ग्राहकों के हित में होगी, हम स्थिति पर नजर रखे हुए हैं और तैयार हैं। आखिरकार इस बात का फैसला ट्राई को लेना है। अगर ऐसा होता है तो फायदा हमे ही होगा
एयरटेल प्रवक्ता

किसी भी डीटीएच कंपनी को जब लाइसेंस मिलता है तो ट्राई की रूलिंग होती हैं कि उसका सीआई स्लाट एक्टिव हो। हमने एसी तकनीक विकसित कर ली है और हमे इससे बेहतरी की उम्मीद दूसरी कंपनियां क्या कर रही है हमे नहीं मालूम। हां इस डिवाइस के सीआई स्लाट में लगने के बाद सेट टाप बाक्स पर डिश टीवी के चैनल दिखना शरू हो जाएंगे।
सलिल कपूर, डिश टीवी सीईओ
 
नहीं बोल रहे खुल कर
इस विषय पर हमने जिस कंपनी से भी बात की उसने यह तो कहा कि हां पोर्टेबिल्टी तो लागू हो सकती है लेकिन खुलकर कुछ भी बताने से इंकार कर दिया। डीटीएच कंपनियों ने मार्केट के बदल रहे स्वरूप पर आंखे गड़ा रखी हैं। ईमेल का दौर तेज हो गया हैं। सभी लोग इस सेक्टर में पोर्टेबिल्टी लागू होने का इंतजार करते दिखाई दे रहे हैं. 

Posted By: Inextlive