- पीएम नरेन्द्र मोदी ने नामांकन के पहले बाबा कालभैरव के दरबार में लगायी हाजिरी

- परंपरागत तरीके से पूजन-अर्चन के बाद मंदिर के दान पात्र में डाले पांच सौ एक रुपये


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VARANASI : मान्यता है कि काशी में कुछ भी करने से पहले शहर कोतवाल बाबा काल भैरव की इजाजत जरूरी होती है. इसी मान्यता की पूर्ति के उद्देश्य से शुक्रवार को पीएम नरेन्द्र मोदी ने बाबा काल भैरव के दरबार में हाजिरी लगायी. यहां से दर्शन करने के बाद वे नामांकन करने के लिए रवाना हुए. पीएम नरेन्द्र मोदी सुबह 10.40 बजे बाबा दरबार पहुंचे. यहां पर उन्होंने बाबा का परंपरागत तरीके से पूजन अर्चन कर अगले पांच साल फिर से बनारस का प्रतिनिधित्व करने की इजाजत मांगी.

 

बाबा दरबार में रहे तीन मिनट

पीएम नरेन्द्र मोदी बाबा कालभैरव के दरबार में तकरीबन तीन मिनट रहे. इस दौरान उन्होंने बाबा के सामने मत्था टेका और बाबा के खप्पर में सरसों का तेल अर्पित किया. मंदिर के महंत पं राजेश मिश्रा ने पीएम मोदी को विशेष कालभैरव सिद्धी मंत्र के साथ भैरवाष्टकम अनुष्ठान कराया. पीएम मोदी ने मंदिर के दान पात्र में पांच सौ एक रुपये भी डाले. पूजा संयोजक नवीन गिरी ने बताया कि मंदिर की ओर से पीएम मोदी को प्रसाद स्वरूप पीतल का शंख, रुद्राक्ष की माला, दुपट्टा और स्मृति चिह्न भेंट किया गया.

 

दूसरी बार नवाया शीश

पीएम मोदी को बाबा कालभैरव मंदिर पहुंचने से लेकर वहां से नामांकन के लिए निकलने में तकरीबन 15 मिनट लगे. यह दूसरी बार था जब पीएम ने काल भैरव मंदिर में दर्शन किया. इससे पहले पीएम ने यूपी विधानसभा चुनाव 2017 के दौरान काल भैरव मंदिर में दर्शन-पूजन किया था. काल भैरव मंदिर जाते वक्त पीएम का पुष्प वर्षा करके लोगों ने स्वागत किया. संकरी गली में पीएम थोड़ी दूर तक पैदल चले. घरों की छतों पर लोग उनकी एक झलक पाने को बेचैन थे. पीएम मोदी का काफिला जैसे ही मंदिर तक पहुंचा जनता ने हर हर महादेव के नारे के साथ उनका स्वागत किया. दर्शन करके जाते वक्त पीएम ने हाथ हिलाकर वहां खड़ी जनता का अभिवादन किया.

 

दुकानें थी बंद

सुरक्षा के मद्देनजर पूरे इलाके की दुकानों को बंद करा दिया गया था. स्कूलों को भी बंद रखने का मौखिक आदेश दिया गया था. कुछ स्कूल खुले रहे. रास्ता बंद होने के चलते बच्चों को थोड़ी परेशानी का भी सामना करना पड़ा. सड़क के दोनों ओर फोर्स तैनात थी. मंदिर पहुंचने के हर रास्ते को बंद कर दिया गया था.

 

पीएम मोदी ने समय के अभाव के चलते दो से तीन मिनट में ही बाबा की पूजा की. उनके नामांकन का समय बीत रहा था. इसलिए उन्होंने संक्षेप में पूजा की. भैरावाष्टकम मंत्र भी पूरा नहीं हो पाया था.

पं राजेश मिश्रा, महंत कालभैरव मंदिर

Posted By: Vivek Srivastava