-बौखलाए नक्सली अपने पुराने गढ़ में कर सकते हैं वारदात

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PURNIYA/PATNA : लोकसभा चुनाव के दौरान नक्सली संगठन मतदान में व्यवधान पैदा करने एवं अपनी उपस्थिति दर्ज कराने को लेकर नक्सल प्रभावित इलाके के मतदान केंद्रों पर हमला कर सकते हैं. खुफिया विभाग की इस रिपोर्ट के बाद नक्सल प्रभावित सभी मतदान केंद्रों पर एक सेक्शन सेंट्रल पुलिस फोर्स (सीपीएफ) के बदले दो सेक्शन सीपीएफ के तैनात करने का निर्देश चुनाव आयोग ने दिया है. चुनाव आयोग के निर्देश के आलोक में जिला प्रशासन द्वारा चिह्नित सभी नक्सल प्रभावित मतदान केंद्रों पर इस दिशा में कार्य भी किया जा रहा है.

महत्वपूर्ण पुलों को भी नक्सली बना सकते हैं निशाना

111 बूथ नक्सल प्रभावित

पूर्णिया प्रमंडल के दो जिलों में नक्सल प्रभावित मतदान केंद्र हैं. इसमें पूर्णिया जिले में 87 मतदान केंद्र हैं तो कटिहार जिले में 24 नक्सल प्रभावित मतदान केंद्र हैं. पूर्णिया में नक्सल प्रभावित मतदान केंद्र धमदाहा, भवानीपुर, बलिया ओपी, टीकापट्टी, रुपौली एवं मोहनपुर ओपी थाना क्षेत्र है जबकि कटिहार जिले में कुर्सेला, फलका, एवं पोठिया थाना क्षेत्र में नक्सल प्रभावित मतदान केंद्र हैं. हालांकि हाल के दिनों में इन इलाकों में नक्सली गतिविधियां नहीं के बराबर है . फिर भी पुलिस प्रशासन सुरक्षा के नाम पर इन

चुनाव बहिष्कार की घोषणा
इलाकों में कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाह रहा. खुफिया रिपोर्ट में कहा गया है कि नक्सली संगठनों ने चुनाव बहिष्कार की घोषणा की है. इसको लेकर नक्सली संगठन द्वारा कुछ स्थानों पर पोस्टर चिपकाकर भी लोगों से चुनाव का बहिष्कार करने को कहा गया है. खुफिया रिपोर्ट में कहा गया है कि नक्सलियों के गढ़ में बड़ी संख्या में मौजूद जवानों ने लगातार सर्च अभियान चलाकर उनकी कमर तोड़ दी है. इस कारण बौखलाए नक्सली संगठन अपने पुराने गढ़ वाले इलाकों में अपनी उपिस्थति दर्ज कराने के लिए किसी तरह की घटना को अंजाम दे सकते हैं. इसमें मतदान कराने जा रहे मतदान कमियरें पर हमला के अलावा मतदान केंद्र तक जाने वाले मुख्य पुलों को उड़ाना तक शामिल है.

Posted By: Manish Kumar