सिटीजन ऐप पर करें गड्ढे की शिकायत

400-500 शिकायतें ऐप पर मेरठ में आ रही हर माह

4 माह से मेरठ में कार्य कर रहा ऐप

48 घंटे में संबंधित विभाग को करनी होगी मरम्मत

फोटो की लोकेशन ट्रेस कर भरे जा रहे गड्ढे, भुगतान के लिए भी प्रक्रिया तय

Meerut। क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत के लिए अब अफसरों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। शासन ने बदहाल सड़कों का हाल जानने और उनका निर्माण कार्य कराने के लिए निगरानी सिटीजन ऐप लांच किया है। इस पर शिकायत दर्ज होने पर 48 घंटे में संबंधित विभाग को मरम्मत या निर्माण कार्य आरंभ करना होगा। निर्माण कार्य कराने के बाद विभाग को सड़क की फोटो भी ऐप पर अपलोड करना होगा। मेरठ में गत 4 माह से ऐप कार्य कर रहा है, पीडब्ल्यूडी के मुताबिक हर माह 400-500 फोटो एप के माध्यम से आ रही हैं।

इस तरह करेगा काम

यदि आपको चलते-फिरते कहीं भी सड़क पर गड्ढा नजर आ रहा है, तो आप उसकी एक फोटो क्लिक करें और उसे एंड्रायड या आईओएस फोन से निगरानी सिटीजन ऐप पर अपलोड कर दें। बस इस दौरान ध्यान यह रखना है कि आपके फोन की लोकेशन को ऑन रखें। संबंधित क्षेत्र का नाम बताने की भी आपको आवश्यकता नहीं है। आपके द्वारा फोटो भेजने के बाद ऐप खुद ही पता कर लेगा कि वह कौन सी सड़क है और किस स्थान पर टूटी है। इसमें फोटो के पूरे विवरण के साथ ही लोकेशन भी दर्ज हो जाएगी। नोडल विभाग पीडब्ल्यूडी इसी के माध्यम से संबंधित विभाग इंजीनियरों को जानकारी उपलब्ध करा देगा।

इस तरह डाउनलोड करें ऐप

एंड्रायड ऐप में गूगल प्ले स्टोर और आई फोन में ऐप स्टोर पर जाकर 'निगरानी यूपीपीडब्ल्यूडी फॉर सिटीजन' डालकर ऐप को डाउनलोड किया जा सकता है।

यहां कमांड को फॉलो करते हुए अपना नाम, मोबाइल नंबर, मेल आईडी फिल करने के बाद ऐप एक ओटीपी जेनरेट करेगा।

इस ओटीपी को डालकर ऐप को वर्किंग पोजीशन में लाया जाएगा।

इस तरह से ऐप पर आपकी प्रोफाइल अपलोड हो जाएगी। जिसके बाद मेन स्क्रीन पर जाकर 'प्लस' पर क्लिक करने आप किसी भी गड्ढे का फोटो अपलोड कर सकते हैं।

48 घंटे में करना होगा दुरुस्त

पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता प्रताप सिंह ने बताया कि शासन ने यह ऐप सड़कों की मरम्मत के नाम पर हो रही खानापूर्ति को उजागर करने के लिए लांच किया है। निर्देश हैं कि सड़क की मरम्मत के बाद संबंधित विभाग के अधिकारी को इसी ऐप पर फोटो अपलोड करनी होगी। निगरानी ऐप को जनपद में लागू किया जा चुका है। इस एप पर मिलने वाली शिकायतों की सुनवाई 48 घंटे में की जा रही है। हर माह 400-500 फोटो ऐप पर अपलोड हो रहे हैं।

'निगरानी-यूपीपीडब्ल्यूडी फॉर सिटिजंस' ऐप वर्किंग में है। प्रतिमाह 400-500 फोटो एप के माध्यम से मिल रहे हैं। पीडब्ल्यूडी इन सड़कों को 48 घंटे में दुरुस्त करके फोटो अपलोड कर रहा है। भुगतान पैचवर्क या सड़क के निर्माण के फोटो अपलोड के बाद ही हो रहा है।

प्रताप सिंह, एक्सईएन, पीडब्ल्यूडी

Posted By: Inextlive