-टार्गेट पर थे शहर के कई कारोबारी, बड़ी वारदात टली

ALLAHABAD: यमुनापार की पुलिस ने एक बड़ी वारदात को रोक दिया। कौंधियारा में लूट कर भागते वक्त पकड़े गए बदमाशों की प्लानिंग एक और बड़ी घटना को अंजाम देने की थी। वह लूट की रकम से रिवाल्वर खरीदने वाले थे और उनकी लिस्ट में सिटी के कई बड़े कारोबारी भी शामिल थे।

हार्डकोर क्रिमिनल है मनोज

इस गिरोह का मास्टर माइंड मेजा का मनोज श्रीवास्तव है। मनोज हार्डकोर क्रिमिनल है। उसके खिलाफ करछना, मेजा थाने में छह मुकदमे दर्ज हैं। उसका साथी अंकित तिवारी भी पीछे नहीं है। उस पर नैनी में मर्डर और अवैध हथियार रखने के मामले में एफआईआर दर्ज है। गुरुवार रात बदमाशों ने जारी से कलेक्शन करके लौट रहे सिटी के नन्हें को गोली मारकर 8200 रुपए लूट लिए थे। गोली नन्हें की बांह में लगी थी। इसी के बाद हरकत में आई पुलिस ने घेराबंदी की तो मनोज, अंकित के साथ कुडि़यालवायन का आकाश श्रीवास्तव हत्थे चढ़ गए। बदमाशों के दो साथी भागने में सफल रहे। पुलिस उनकी तलाश में जुटी है। पुलिस ने बदमाशों के पास से तीन तमंचे भी बरामद किए हैं। पकड़े गए बदमाशों को गुरुवार को एसपी यमुनापार और एसपी क्राइम ने पुलिस लाइन में मीडिया के सामने पेश किया।

'बड़े' काम को चाहिए था नया असलहा

क्रिमिनल्स बड़ा कांड करना चाहते थे, लेकिन उसके लिए तमंचों से काम नहीं चलने वाला था। बदमाशों को रिवाल्वर या पिस्टल की जरूरत थी। इसके लिए कई लोगों से बात की गई थी। बदमाशों को नए असलहे के लिए कम से कम 30 से 35 हजार रुपए जुटाने थे। लूट के लिए टार्गेट भी फिक्स था। बदमाशों को पता था कि नन्हें के पास कलेक्शन के 50 से 60 हजार रुपए तक हो सकते हैं, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। पुलिस के मुताबिक असलहा खरीदने के बाद सिटी में लूट की घटना को अंजाम दिया जाने वाला था। वारदात सिविल लाइंस में भी हो सकती थी। हालांकि, पुलिस ने उन लोगों का नाम नहीं खोला है जो लुटेरों के टार्गेट पर थे। एसपी गंगापार आशुतोष मिश्रा ने बताया कि पुलिस बदमाशों के तीन साथियों की तलाश में दबिश डाल रही है।

Posted By: Inextlive