मलेशियाई अधिकारियों का मानना है कि लापता विमान से ग्राउंड कंट्रोलर को जो आख़िरी शब्द सुनाई दिए थे वो सह-पायलट के थे.


विमान से आख़िरी बार संदेश मिला था कि 'सब ठीक है. शुभ रात्रि', लेकिन इसके क़रीब 14 मिनट बाद ही विमान एयर ट्रैफिक कंट्रोलर की स्क्रीन से ओझल हो गया.जांचकर्ता अब इस आशंका पर भी विचार कर रहे हैं कि संभव है कि विमान को गायब करने में चालक दल की मिलीभगत रही हो.विमान की खोज के दायरे को बढ़ाकर दो विशाल हवाई गलियारों तक कर दिया गया है.कुआलालंपुर से बीजिंग के लिए आठ मार्च को उड़ान भरने वाले इस विमान में 239 लोग सवार थे.अमरीकी जहाज़मलेशिया एयरलाइंस के सीईओ अहमद जौहरी याह्या ने संवाददाताओं को बताया है कि शुरूआती जांच से संकेत मिलते हैं कि सह-पायलट अब्दुल हमीद सामान्य ढंग से कहा था, "सब ठीक है, शुभ रात्रि" और इसके थोड़ी ही देर बाद विमान ओझल हो गया.आख़िरी संदेश


हालांकि अभी ये साफ नहीं है कि ये आख़िरी शब्द विमान की निगरानी प्रणाली को बंद करने के पहले सुनाई दिए थे या बाद में. अधिकारियों का मानना है कि विमान की संवाद प्रणाली को जानबूझकर बंद कर दिया गया था.

विमान ने आठ मार्च को स्थानीय समय के मुताबिक़ रात 12 बजकर 40 मिनट पर  उड़ान भरी और रात एक बजकर 19 मिनट पर मलेशियाई हवाई क्षेत्र को पार करते ही ये एयर ट्रैफिक कंट्रोलर के नियंत्रण से बाहर चल गया. विमान से आख़िरी संदेश रात एक बजकर सात मिनट पर मिला था.अहमद जौहरी ने कहा, "हमें नहीं पता है कि इसके बाद कब विमान की संचार प्रणाली बंद हो गई." एयर ट्रैफिक कंट्रोलर की स्क्रीन से रात एक बजकर 21 मिनट पर विमान ओझल हो गया. इस समय विमान दक्षिणी चीन सागर के ऊपर था.मलेशियाई प्रधानमंत्री नजीब रज़ाक ने शनिवार को कहा था कि उपग्रह और रडार से मिले सबूत बताते हैं कि विमान ने रास्ता बदल लिया था और यह क़रीब सात घंटों तक उड़ता रहा.

Posted By: Subhesh Sharma