Gorakhpur : प्यार किसी दिन का मोहताज नहीं होता. अगर वह अपने हमसफर के साथ हो तो दिन और वक्त यह सबकुछ बेमायने हैं. आंखों से परवान चढ़ी मोहब्बत दिल में उतर ही जाती है. कुछ ऐसा ही सिटी के बेतियाहाता के रहने वाले नीरज के साथ भी हुआ. जिनका सामना उनकी हमसफर प्रिया से होते ही उनके दिल में वह कशिश पैदा हुई जिसे वह भूल न सके. सच्ची मोहब्बत और बुजुर्गों के सपोर्ट ने आखिरकार उन्हें हमसफर से मिला ही दिया. अब उनके सभी दिन मोहब्बत के दिन के मानिंद सेलिब्रेट होते हैं लेकिन इसमें सबसे खास बात यह कि अपने हमसफर की लंबी जिंदगी के लिए रखे जाने वाले व्रत यानि कि करवाचौथ को यह कपल न सिर्फ फास्ट रखता है बल्कि अपना व्रत भी एक ही थाली से खोलते हैं.


दोस्त की शादी में हुआ था दीदार15 मई 2007 का दिन नीरज को कभी न भूलेगा। मौका था उनके फ्रेंड के रिसेप्शन का, वहां उन्होंने पहली बार प्रिया को देखा और देखते रह गए। नीरज की मानें तो उस दिन प्रिया की सूरत देखने के बाद उनकी आंखों में उनकी ऐसी तस्वीर बसी कि 6 दिसंबर 2007 को उन्होंने उसे अपना हमसफर बना लिया। यूं तो साल में सभी दिन उनके लिए खास होते हैं, लेकिन नीरज और प्रिया की मानें तो करवाचौथ का दिन उनके लिए सबसे ज्यादा खास है। इस करवाचौथ के लिए नीरज ने न सिर्फ अपने हमसफर को साड़ी गिफ्ट देने की तैयारी की है बल्कि उनके लिए एक सरप्राइज भी प्लान कर रखा है।

Posted By: Inextlive