खुल्लम खुला नहीं मिलेंगे हम दोनो
इस Valentine's day पर इस fancy दिखती दुनिया के अंदर झांकने की कोशिश में i next ने सभी 12 i next cities में conduct किया एक खास survey. कई सवाल सामने थे, partners से expectation बहुत हैं मगर relationship का acceptance कितना है. क्या affairs को लेकर बेबाकी सिर्फ social networking sites तक है?
28 परसेंट रिस्पांडेंट्स ने माना कि वे डेटिंग करते वक्त देखे जाने को लेकर डरते हैं. कानपुर के अभीक शुक्ला कहते हैं,‘असल में कभी-कभी ये इंडिविजुअल च्वॉइस का मामला भी होता है. जैसे मैं नहीं चाहूंगा कि डेटिंग के इनीशियल दौर में मेरे फ्रेंड्स वगैरह मेरी डेट को लेकर कोई कमेंट करें. मैं चाहूंगा कि उन्हें इसके बारे में तभी पता चले जब मैं इसे ऑफिशियल कर दूं.’ टियर टू सिटीज में अभी भी सोसाइटी में अपने पार्टनर को इंट्रोड्यूज कराना एक बड़ा चैलेंज है. शायद यही रीज़न है कि कानपुर (28.6 परसेंट) मेरठ 25.5 परसेंट) और बरेली (36.7 परसेंट) के मेजॉरिटी यंगस्टर्स ये चाहते हैं कि डेटिंग के दौरान कोई उन्हें ना देखे तो बेहतर होगा.जनरल पिक्चर की बात करें तो डेटिंग के वक्त देखे जाने को लेकर लडक़े और लड़कियों के अप्रोच में बहुत अंतर नहीं है. जहां 27 परसेंट लडक़ों ने ये कहा कि वह देखे जाने को लेकर कांशस रहते हैं वहीं करीब 30 परसेंट लड़कियों ने ये माना. इसी तरह 26 परसेंट लडक़ों ने कहा कि वह बहुत छिपाकर डेटिंग नहीं करते. ऐसा कहने वाली लड़कियों का मार्जिन (23 परसेंट) भी इसके आस-पास ही रहा. इसे एक बड़ा चेंज माना जा सकता है.डेटिंग के वक्त देखे जाने या पार्टनर को सोशली एक्सेप्ट करने को लेकर सबसे खुला रवैया जमशेदपुर और लखनऊ के रिस्पांडेंट्स ने दिखाया.
गोरखपुर, कानपुर, मेरठ, रांची, आगरा वो शहर हैं जहां के यंगस्टर्स डेटिंग के वक्त देखे जाने को लेकर सबसे ज्यादा कांशस हैं. इस लिस्ट में सबसे ऊपर है मेरठ जहां के 39.2 परसेंट यंगस्टर्स देखे जाने को लेकर कांशस रहते हैं. दूसरे नंबर पर आए कानपुर के 36.7 परसेंट यंगस्टर्स ने ये बात कही.