-महिला अस्पताल में डिलीवरी के लिए आने वाली ज्यादातर महिलाओं में खून की कमी

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4480-महिलाओं की 2018 में हुई हॉस्पिटल में नॉर्मल डिलीवरी

1174-महिलाओं की हुई सिजेरियन डिलीवरी

1078-महिलाओं के चढ़ाना पड़ा ब्लड

196-से अधिक महिलाएं एनीमिक

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बरेली:

गर्भवती महिलाओं और उनके होने वाले बच्चे के स्वास्थ्य को लेकर शासन गंभीर है. इसके लिए तमाम योजनाएं भी चलाई जा रही हैं. बावजूद इसके ज्यादातर महिलाएं खून की कमी से जूझ रही हैं. महिला अस्पताल में डिलीवरी के लिए आने वाली ज्यादातर महिलाओं में हीमोग्लोबिन काफी कम मिला. ऐसे में गर्भ में पल रहे शिशु के लिए भी खतरा बना रहता है.

तो हो सकता है खतरनाक

गर्भवती महिलाओं में हीमोग्लोबिन रेट 9 डेसीलीटर से भी कम निकला है. डॉक्टर्स के मुताबिक गर्भ में पल रहे नवजात और होने वाली मां के लिए यह दर काफी खतरनाक हो सकती है. इसकी वजह से गर्भवती या उसके बच्चे की जान को भी खतरा हो सकता है. दिमागी व शारीरिक अपंगता के अलावा कई अन्य गंभीर बीमारियां भी हो सकती हैं. आमतौर पर स्वस्थ्य महिला में हीमोग्लोबिन का स्तर 11-12 डेसीलीटर होना चाहिए.

जान बचाना होता है मुश्किल

महिला हॉस्पिटल में प्रतिमाह करीब 500-550 डिलीवरी होती हैं. इनमें से ज्यादातर महिलाओं में हीमोग्लोबिन, आयरन की कमी निकलती है. ऐसे में उन्हें खून की जरूरत होती है. डॉक्टर्स की मानें तो कई बार मरीज के परिजन ही ब्लड देने के लिए तैयार नहीं होते हैं तो कई बार तो संबंधित ग्रुप का ब्लड बैंक में नहीं होता है तो मरीज की जान बचाना भी मुश्किल हो जाती है. ऐसी स्थित में मरीज के ही तीमारदार को ब्लड देने के लिए समझाना पड़ता है.

महिलाओं को अब आयरन सुक्रोज

गर्भवती महिलाओं में हीमोग्लोबिन की कमी को दूर करने के लिए नई योजना शुरू हुई है. आयरन और कैल्शियम की दवाओं के बाद अब आयरन सुक्रोज इंजेक्शन से गर्भवती महिलाओं में हीमोग्लोबिन की पूर्ति की जाएगी. न्यूनतम लेवल पर ब्लड की मात्रा वाली महिलाओं को इंजेक्शन दिया जा रहा है. हालांकि इसका प्रयोग जून से शुरू किया गया है. अभी तक 200 गर्भवती महिलाओं को इसकी डोज दी जा चुकी है. जिन गर्भवती महिलाओं में 7 ग्राम से कम ब्लड मिलता है तो एक इंजेक्शन लगाया जाता है. फिलहाल डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में महिलाओं को यह इंजेक्शन निशुल्क लगाया जाता है. इसके साथ मातृत्व वंदन योजना में गर्भवती महिलाओं को आयरन टेबलेट आदि भी दी जाती है.

वर्जन

-गर्भवती महिलाओं को आयरन आदि की टेबलेट भी दी जाती है. इसके बाद भी सिजेरियन ही नहीं नार्मल डिलीवरी वाली महिलाओं में ब्लड की कमी की समस्या आ रही है. इसके लिए गर्भवती महिलाओं को खानपान पर विशेष ध्यान देना चाहिए.

अलका शर्मा, सीएमएस महिला हॉस्पिटल

Posted By: Radhika Lala