एग्जाम की जगह सेंटर से चकराए कैंडिडेट्स
- सिटी में रजिस्टर्ड 20 हजार में से 67 फीसद कैंडिडेट्स ने छोड़ा एलटी ग्रेड एग्जाम का पेपर
- गोरखपुर में मैथ्स के स्टूडेंट्स के लिए बनाया गया था सेंटर GORAKHPUR: आर्य भट्ट और अल्बर्ट आइंसटीन जैसे महान साइंटिस्ट की पौध तैयार करने वाले शिक्षक एग्जाम के पेपर से पहले ही खूब चकराए। अपने शहर से सैकड़ों किलोमीटर दूर बने सेंटर तक पहुंचने में उन्हें खूब पसीने बहाने पड़े। सब्जेक्ट वाइज सेंटर पड़ने से प्रदेश के सभी जिलों के कैंडिडेट्स को यहां पहुंचना था, लेकिन दूरी और मौसम की मार से परेशान ज्यादातर कैंडिडेट्स ने एग्जाम छोड़ने में ही अपनी भलाई समझी। इसकी वजह से गोरखपुर में रजिस्टर्ड 20 हजार से ज्यादा कैंडिडेट्स में से महज 33 परसेंट ही सेंटर तक पहुंचे, जबकि 67 फीसद कैंडिडेट्स ने एग्जाम छोड़ने में ही भलाई समझी। दो घंटे में ऑर्गनाइज हुआ पेपरयूपी के 39 जिलों में सुबह 11.30 से दोपहर 1.30 बजे के बीच एलटी ग्रेड एग्जाम ऑर्गनाइज किया गया। गोरखपुर जिले में बनाए गए 44 परीक्षा केंद्रों पर कुल 20,362 कैंडिडेट्स रजिस्टर्ड थे, जिसमें 7098 ही शामिल हुए। जबकि 13264 कैंडिडेट्स सेंटर तक ही नहीं पहुंचे। इन परीक्षार्थियों पर पैनी नजर रखने के लिए 14 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 44 स्ट्रैटिक्स मजिस्ट्रेट, 3 जोनल मजिस्ट्रेट की ड्यूटी लगाई गई थी। वहीं परीक्षार्थियों को परीक्षा संबंधी किसी प्रकार की दिक्कत आने पर अनु सचिव लोक सेवा आयोग सुरेंद्र कुमार उपाध्याय लगातार लाइन पर मौजूद थे और कोई भी संपर्क साधकर समस्या का सॉल्युशन हासिल कर सकता था।
फैक्ट फिगर कुल परीक्षार्थियों की संख्या - 20,362 कुल परीक्षा केंद्र - 44 सेक्टर मजिस्ट्रेट - 16 स्ट्रेटिक्स मजिस्ट्रेट - 44 जोनल मजिस्ट्रेट - 03 सिटी नोडल अफसर - 01 कोट्स एक बार मैं सोच रही थी कि एग्जाम छोड़ दूं, लेकिन इतने दिनों के बाद पेपर हुआ है, इसलिए एग्जाम देने के लिए आ गई। पेपर अच्छा हुआ है। उम्मीद है सेलेक्शन हो जाएगा। - आयशा, बरेली सब्जेक्ट वाइज सेंटर पड़ने से थोड़ा मुश्किल हुई। अगर शहर में ही सेंटर पड़ता तो शायद कुछ राहत रहती। लेकिन मजबूरी है, तो यहां एग्जाम देने के लिए आना पड़ा है। पेपर अच्छा हुआ है। - अनुराधा, बरेली