- एलयू से हटकर कोई कॉलेज अपने स्तर से नहीं शुरू कर सकेंगे सेल्फ फाइनेंस कोर्स

- एलयू प्रशासन ने सभी कॉलेज से मांगा सेल्फ फाइनेंस कोर्सेस का रिकार्ड

LUCKNOW : लखनऊ यूनिवर्सिटी प्रशासन यूजी-पीजी में एडमिशन के लिए नई गाइडलाइन के तहत सेल्फ फाइनेंस कोर्स के संचालन को गाइडलाइन तैयार कर रहा है। जानकारों की मानें तो सभी कॉलेजों से अपने यहां चार साल के सेल्फ फाइनेंस मोड में चल रहे पीजी के आकड़े मांगे गये हैं। इसके लिए उन्हें यूनिवर्सिटी की ओर से एक प्रोफॉर्मा भेजा जाएगा।

यह जानकारी कॉलेज को देनी होगी

सभी कॉलेजों को चार साल में हुए एडमिशन, टोटल आवेदन, हर साल के कोर्स की मेरिट व फीस स्ट्रक्चर के बारे में पूरी जानकारी देनी होगी। इसी के आधार पर यूनिवर्सिटी इन कोर्सेस की एक रिपोर्ट तैयार कर उनके भविष्य को तय करेगी। सभी कॉलेजों को अप्रैल तक डाटा जमा कराने को कहा गया है। ताकि नए सेशन की एडमिशन प्रक्रिया शुरू होने से पहले इन कोर्स का भविष्य तय किया जा सके। एलयू में पीजी लेवल पर कई सेल्फ फाइनेंस कोर्स संचालित किये जा रहे हैं। हर साल एडमिशन के समय इन कोर्सेस में करीब दो दर्जन कोर्स ऐसे होते हैं, जिनमें निर्धारित मानक से कम स्टूडेंट्स के एडमिशन होने पर उन्हें सस्पेंड कर दिया जाता है।

सोशलवर्क पर चलेगी कैंची

यूनिवर्सिटी अगले साल से अपने कॉलेजों में उन्हीं कोर्सेस के संचालन की अनुमति प्रदान करेगा, जिनका संचालन खुद यूनिवर्सिटी के डिपार्टमेंट कर रहे हैं। साथ ही यूनिवर्सिटी के पीजी कोर्सेस के भविष्य की भी समीक्षा कर केवल बेहतर कोर्सेस को ही प्रमोट किया जाएगा। यूनिवर्सिटी के सोशलवर्क और समाजशास्त्र विभाग में करीब दो दर्जन से अधिक कोर्सेस ऐसे ही हैं, जिनमें हर साल न के बराबर आवेदन आते हैं। इसके बाद भी इन कोर्सेस की मान्यता कॉलेजों को दे दी गई। ऐसे में अगर कॉलेजों में एडमिशन हो जाते हैं और यूनिवर्सिटी में वह कोर्स सस्पेंड हो जाते हैं तोबाद में यूनिवर्सिटी को उन कोर्सेस के एग्जाम कराने पड़ते हैं, जिससे पूरी प्रक्रिया ही लेट हो जाती है।

कोट

इस बार सभी कोर्सेस में एडमिशन के लिए नई गाइडलाइन तैयार की जा रही है। सेल्फ फाइनेंस कोर्स के लिए नई गाइडलाइन तैयार की जा रही है। नए कोर्स के संचालन के लिए एक कमेटी भी बनी है।

प्रो। एसपी सिंह, वीसी, एलयू

Posted By: Inextlive