- मोदी बैडमिंटन में साइना नेहवाल से हारीं लखनऊ की अमोलिका

- बोलीं, साइना से भिड़ने के लिए मां ने दी हिम्मत

- कड़े संघर्ष बाद पहुंचीं थी क्वार्टर फाइनल में

अमोलिका का मोदी बैडमिंटन का सफर

- क्वालीफाइंग राउंड : हमवतन कनिका कानवाल को 21-15, 21-11 से हराया

- मेन ड्रॉ में हमवतन अनुरा प्रभुदेसाई को 21-15, 18-21, 21-18 से हराया

- प्री क्वार्टर फाइनल साइना ने 21-14, 21-9 से दी शिकस्त

सफर

- डच जर्मन ओपन में पार्टीसिपेट कर चुकी हैं

- जोधपुर में अंडर-19 नेशनल बैडमिंटन चैंपियन

- पुणे में हुए सीनियर ऑल इंडिया चैंपियनशिप में सेमीफाइनल तक का सफर

LUCKNOW: जब बैडमिंटन कोर्ट पर साइना नेहवाल जैसा अपोनेंट हो तो किसी भी नॉन सीडेड खिलाड़ी का नर्वस होना स्वाभाविक है, लेकिन 'लखनऊ गर्ल' अमोलिका सिंह सिसोदिया मोदी बैडमिंटन के प्री क्वार्टर फाइनल मुकाबले में गुरुवार को साइना का डटकर सामना किया। वह नर्वस तो थीं, लेकिन मैच की शुरुआत में उन्होंने जैसे ही दर्शक दीर्घा में मां की ओर देखा तो मानों उनके अंदर साइना का मुकाबला करने की मनोवैज्ञानिक शक्ति आ गई। उन्होंने साइना जैसी खिलाड़ी को टक्कर दी, लेकिन साइना के अनुभव के आगे टिक नहीं सकीं, लेकिन उन्होंने जो खेल दिखाया उससे उन्होंने साबित कर दिया कि जल्द ही यह 'लखनऊ गर्ल' नये कीर्तिमान गढे़गी।

दमदार प्रदर्शन पर बधाई

गोमती नगर स्थित यूपीबीए में चल रही सैय्यद मोदी इंटरनेशन बैडमिंटन चैंपियनशिप में अमोलिका का साइना से मुकाबला देखने बड़ी संख्या में पहुंचे थे। सभी को बेहतरीन मुकाबले की उम्मीद थी। होम कोर्ट होने के चलते दर्शक एक-एक प्वाइंट पर अमोलिका का उत्साहवर्धन कर रहे थे। साथ ही दर्शक दीर्घा में बैठी उनकी मां भी अपनी बेटी का उत्साहवर्धन कर रहीं थी। खेल विशलेषकों संभावना थी कि साइना जैसी प्लेयर के आगे अमोलिका कुछ ज्यादा नहीं कर सकेंगे उनको गलत साबित करते हुए अमोलिका ने साइना को कई बार छकाया। एक बार तो एक स्मैस मारा कि साइना को संभलने का मौका ही नहीं मिला और शटल उनके शरीर से टकरा गई। दो गेम के संघर्ष के बाद आखिरकार अमोलिका का जोश पर साइना का अनुभव और बेहतर टेक्निक पर पड़ी और साइना ने मैच 21-14, 21-9 से अपने नाम कर लिया। मैच के बाद अमोलिका सिंह मुस्कुराते हुए जब कोर्ट से निकली तो लोगों ने उन्हें घेर लिया। दर्शकों के साथ ही यूपीबीए के कोच और साथी खिलाडि़यों ने उन्हें दमदार प्रदर्शन करने के लिए बधाई दी।

नर्वस थीं पर डटकर खेलीं

अमोलिका ने बताया कि इस सैयद मोदी इंटरनेशनल बैडमिंटन चैंपियनशिप में उन्होंने क्वालीफाइंग राउंड से शुरुआत की और मेन ड्रॉ में जगह बनाई। बीते बुधवार को मेन ड्रॉ में भारतीय खिलाड़ी को टक्कर देकर प्री क्वार्टर फाइनल में एंट्री ली। इस मैच के बाद जब उन्हें पता चला कि प्री क्वार्टर फाइनल में ओलम्पिक कांस्य पदक विजेता साइना से उनका मुकाबला होना है तो वह नर्वस हो गई। बुधवार को ठीक ढंग से प्रैक्टिस भी नहीं कर सकी।

मां की ओर देखने से मिली ताकत

अमोलिका ने बताया कि गुरुवार को साइना से होने वाले मुकाबले को लेकर वह बीती रात ढंग से सो भी नहीं सकी। मुझे बेचैन देख कर मेरी मां सुषमा सिंह ने मेरी हौसलाफजाई की। उन्होंने कहा कि तुम्हें यह नहीं देखना है कि कोर्ट पर सामने कौन है। बस अपना स्वाभाविक खेल जीतने के लिए खेलना है। फिर मैच के दौरान में वहां रहूंगी। मैच के दौरान भी उन्होंने हर वक्त मुझे दमदार प्रदर्शन के लिए प्रोत्साहित किया। वहां भी जब नर्वस हुई तो मां की तरफ देख लेती और फिर नए जोश के साथ खेलना शुरू कर देती।

7 साल पहले शुरू किया बैडमिंटन

नेशनल और इंटरनेशनल लेवल पर उपलब्धियां हासिल कर चुकी अमोलिका ने बताया कि उन्होंने तकरीबन सात साल पहले बैडमिंटन के क्षेत्र में एंट्री ली। यूपी बैडमिंटन अकादमी में चल रही समर ट्रेनिंग के दौरान बैडमिंटन ज्वाइन किया। तब यह सोचा भी नहीं था कि बैडमिंटन में इतना लंबा सफर कर सकूंगी। धीरे-धीरे रुझान बढ़ने लगा और मैंने भी प्रोफेशनल ट्रेनिंग शुरू कर दी। आज नतीजा आपके सामने है।

कोट

अमोलिका को खेलते हुए अभी काफी कम ही समय हुआ है, फिर भी उसने साइना जैसे दिग्गज खिलाड़ी का सामना किया। पहले गेम में उसका प्रदर्शन भी बेहद दमदार रहा।

- अरुण कक्कड़

सचिव, यूपीबीए

कोट

अमोलिका का खेल बेहद शानदार है, किन अभी अनुभव बहुत कम है। इसके बावजूद अमोलिका ने दमदार प्रदर्शन किया। मुझे उस पर गर्व है। उम्मीद है आगे उसके खेल में और भी सुधार होगा।

- सुषमा सिंह, मां, अमोलिका

कोट

इतनी बड़ी चैंपियनशिप में मुकाबले आसान नहीं होते। दमदार खिलाड़ी यहां तक पहुंचते हैं। अमोलिका ने शुरुआत में दमदार प्रदर्शन किया। लेकिन बाद में मैने अपने गेम में परिवर्तन कर उन्हें आसानी से मात दे दी।

- साइना नेहवाल, इंटरनेशनल बैडमिंटन प्लेयर

कोच

पहले गेम में अमोलिका का खेल बेहद शानदार रहा। एक स्मैश तो इतना जबरदस्त था कि शटल सीधे साइना के शरीर जा टकराई। साइना को संभलने का मौका भी नहीं मिला, लेकिन अनुभव की कमी बाद में साफ झलकी। जिससे वह मैच से नियंत्रण खो बैठीं। गलतियां भी हुई जिसका लाभ साइना को मिला।

- देवेन्द्र कौशल, कोच, साई

दर्शक बोले

हम लोग तो यहां पर साइना को मैच देखने ही आए थे, लेकिन जब पता चला कि दूसरी तरफ शहर की बेटी अमोलिका है तो उसका भी उत्साहवर्धन किया।

- डैनी, गोलागंज

साइना को सभी जानते थे लेकिन अमोलिका को यहां पर कम लोग ही जानते थे। अमोलिका का यह घरेलू मैदान था ऐसे में यहां पर उसको सपोर्ट मिलना ही था।

- खुशबू, चौक

अमोलिका को भी दर्शकों ने खूब प्रोत्साहित किया। उसने शानदार खेल भी दिखाया। हालांकि साइना ने चंद मिनटों ही उसे हरा दिया। अभी अमोलिका को और ट्रेनिंग लेनी होगी।

- पूजा, हजरतगंज

साइना के लिए लखनऊ हमेशा लकी रहा है। ऐसे में मैने यहां पर उसकी जीत की ही दुआ मांगी थी। उन्होंने अमोलिका को आसानी से हरा दिया।

- कृष्णा, रकाबगंज

Posted By: Inextlive