दिलचस्प होगा लखनऊ का चुनाव
सभी पॉलिटिकल पार्टियों में लखनऊ संसदीय सीट को लेकर घमासान
भाजपा प्रत्याशी की घोषणा होने के बाद ही 'आप' खोलेगी अपने पत्ते रोचक रहा है राजधानी का संसद से रिश्ता, कई नेता जता चुके हैं अपनी दिलचस्पी sunil.yadav@inext.co.inLUCKNOW: लखनऊ संसदीय सीट को लेकर सभी पॉलिटिकल पार्टीज में घमासान मचा हुआ है। भाजपा हो या कांग्रेस सबकी नजरें लखनऊ पर टिकी हैं। सपा हो या बसपा कोई भी इस सीट को लेकर जरा सी भी चूक नहीं करना चाहता। हो भी क्यों न, दिल्ली की सत्ता का रास्ता उत्तर प्रदेश से होकर जाता है और लखनऊ उस रास्ते की कुंजी जो है। यही कारण है कि इस संसदीय सीट के लिए मारामारी मची हुई है। इन हालातों में लखनऊ को लेकर हो रही मारामारी महाभारत के हस्तिनापुर की याद दिला रहा है। आलम यह है कि भाजपा में दो से तीन दावेदार हैं तो आम आदमी पार्टी ने अब तक अपने पत्ते ओपेन नहीं किए हैं।
केजरीवाल ठोंकेंगे तालराजधानी के भाजपा कार्यालय में भी गुरुवार को लखनऊ की सीट को लेकर कयास का बाजार गर्म रहा। सभी का यही कहना है कि अगर भाजपा के पीएम पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी लखनऊ आते हैं तो चुनाव दिलचस्प हो जाएगा। वहीं, आम आदमी पार्टी के सूत्रों का कहना है कि यदि मोदी राजधानी से चुनाव लड़ते हैं तो अरविंद केजरीवाल भी यहीं से ताल ठोंकेंगे। वहीं, थर्सडे की शाम कांग्रेस ने यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री हेमवती नंदन बहुगुणा की बेटी और प्रदेश कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष रहीं रीता बहुगुणा जोशी को टिकट देकर यह घोषणा कर दी है कि इस इलेक्शन में चूक की कोई गुंजाइश नहीं है।
शुरू न हो जाए पुर्नविचार इन हालातों में संभव है कि मोदी के यहां से लड़ने पर सपा और बसपा भी अपने प्रत्याशियों के नामों पर दोबारा विचार करने को मजबूर हो जाए। विधानसभा में सपा की स्थिति भले ही अच्छी रही हो, लेकिन डॉ। अशोक बाजपेई के फेवर में लहर कहीं दिख नहीं रही है। कुछ ऐसा ही हाल बीएसपी के नकुल दुबे का है। वह पूर्व नगर विकास मंत्री रहने के बावजूद विधानसभा चुनाव में अपनी सीट बचा नहीं सके थे। फिर यह तो संसदीय चुनाव है। ऐसे में अपनी स्थिति को मजबूत करने के लिए प्रदेश की यह दोनों पार्टियां कोई चूक नहीं करना चाहेंगी। BJP ने बनाया 'हस्तिनापुर'भाजपा के वर्तमान सांसद लालजी टंडन से लेकर पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह और पीएम उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के भी चुनाव लड़ने की चर्चाएं गरम हैं। टंडन कह चुके हैं कि वह मोदी के अलावा किसी और के लिए सीट नहीं छोड़ेंगे। वहीं, कुछ दिन पहले हुई मोदी ने अपनी रैली में साफ-साफ कह दिया था, 'दिल्ली का रास्ता लखनऊ से ही होकर गुजरता है.' इस दौरान राजनाथ ने भी लखनऊ से अपने लगाव को खुलेआम किया था। दरअसल, क्99क् से लगातार लखनऊ सीट पर भाजपा ही जीती है। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी ने लगातार पांच बार लखनऊ से चुनाव जीता है। उनके बाद लालजी टंडन वर्तमान सांसद हैं। इसी कारण पार्टी लखनऊ को सुरक्षितसीट मान रही है। तीन-तीन बड़े नेताओं के लखनऊ से उम्मीदवार बनने की चाहत के चलते ही भाजपा ने गुरुवार को भी लखनऊ सीट के लिए कोई निर्णय नहीं किया।
लखनऊ में इलेक्शन (ख्009) प्रत्याशी पार्टी वोट लालजी टंडन भाजपा ख्,0ब्,0ख्8 रीता बहुगुणा जोशी कांग्रेस क्,म्फ्,क्ख्7 डॉ। अखिलेश दास बीएसपी क्,फ्फ्,म्क्0नफीसा अली सपा म्क्,ब्भ्7
लखनऊ में अब तक के सांसद कार्यकाल सांसद पार्टी क्9भ्क्-भ्7 श्रीवराजवती नेहरु कांग्रेस क्9भ्7-म्0 पुलिन बेहारी बनर्जी कांग्रेस क्9म्ख्-म्7 बीके धाओ कांग्रेस क्9म्7-7क् आनंद नारायन मुल्ला निर्दलीय क्97क्-77 शीला कौल कांग्रेस क्977-80 हेमवती नंदन बहुगुणा जनता पार्टी क्980-8ब् शीला कौल कांग्रेसक्98ब्-89 शीला कौल कांग्रेस
क्989-90 मंधाता सिंह जनता दल क्99क्-9म् अटल बिहारी बाजपेई भाजपा क्99म्-98 अटल बिहारी बाजपेई भाजपा क्998-99 अटल बिहारी बाजपेई भाजपा क्999-ख्00ब् अटल बिहारी बाजपेई भाजपा ख्00ब्-09 अटल बिहारी बाजपेई भाजपा ख्009-ख्0क्ब् लालजी टंडन भाजपा