हैरत की बात यह है कि इन शहरों में जन शिकायतों का निस्तारण भी सबसे धीमा है। मुख्यमंत्री की नाराजगी के बाद स्थानीय निकाय निदेशालय ने भी संबंधित जिलों के अफसरों को शिकायतों का निस्तारण प्राथमिकता से कराने के निर्देश दिए हैं।

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LUCKNOW : पेयजल, सीवर-नाला-नाली सफाई, डूडा-सूडा, प्रधानमंत्री आवास, आवारा पशु, पार्किंग, गृहकर, जलकर, स्ट्रीट लाइट आदि नागरिक सुविधाओं के मामले में लखनऊ, कानपुर और अलीगढ़ फिसड्डी साबित हो रहे है। मुख्यमंत्री हेल्पलाइन में लखनऊ व कानपुर की सबसे अधिक शिकायतें दर्ज हो रही हैं। ज्यादातर शिकायतें नगरीय निकायों की हैं। वहीं तीसरे नंबर पर अलीगढ़ है। झांसी, आगरा, मेरठ, बरेली व प्रयागराज शहर की भी बहुत शिकायतें आ रही हैं। हैरत की बात यह है कि इन शहरों में जन शिकायतों का निस्तारण भी सबसे धीमा है। मुख्यमंत्री की नाराजगी के बाद स्थानीय निकाय निदेशालय ने भी संबंधित जिलों के अफसरों को शिकायतों का निस्तारण प्राथमिकता से कराने के निर्देश दिए हैं। स्थानीय निकाय निदेशक डॉ। काजल ने सभी जिलाधिकारियों व नगर आयुक्तों को पत्र भेजकर शिकायतों को प्राथमिकता से निस्तारित करने के लिए कहा है। लंबित व डिफाल्टर शिकायतों पर तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
फैक्ट फाइल
- 21235 शिकायतें अब तक हो चुकी हैं दर्ज
- 13867 शिकायतों का ही निस्तारण हो सका
- 2826 शिकायतों का आंशिक निस्तारण हुआ
- 2007 शिकायतें लंबित हैं जबकि 2535 डिफाल्टर की श्रेणी में
इन शहरों में हैं सबसे अधिक शिकायतें
जिला-शिकायतें-आंशिक निस्तारण-निस्तारण-लंबित-डिफाल्टर
लखनऊ-2945-382-2237-151-175
कानपुर-1738-178-929-115-516
अलीगढ़-873-126-639-89-29
झांसी-811-85-496-101-127
आगरा-790-50-403-83-256
बरेली-759-53-260-68-378
मेरठ-675-81-451-49-94
प्रयागराज-631-95-438-49-48
मुरादाबाद-571-83-386-51-51
गाजियाबाद-565-86-369-56-548

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Posted By: Mukul Kumar