- चाहे सेलेब्रेटी हों या फिर कोई बड़ा अधिकारी सामान छूटा तो घंटों बरबाद होना तय

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LUCKNOW: हर दिन किसी न किसी पैसेंजर का बैग वहीं छूट जा रहा है जहां से पैसेंजर्स फ्लाइट पकड़ रहे हैं। हर दिन किसी न किसी पैसेंजर्स को यह परेशाना उठानी पड़ रही है। इसका नतीजा यह हो रहा है कि ना सिर्फ पैसेंजर का खर्चा बढ़ रहा है बल्कि पैसेंजर का टाइम भी काफी बरबाद हो रहा है। यहां किसी को कोई रियायत नहीं मिलती। चाहे सेलेब्रेटी हों या फिर कोई बड़ा अधिकारी, सामान छूटा तो घंटों बरबाद होना तय।

चार सेकेण्ड में करना होता है अनलोड

एयरपोर्ट अथॉरिटी के एक अधिकारी की मानें तो प्लेन में सामान रखने या उतारने के लिए टाइम लिमिटेड होता है। ऐसे में सामान के मिस प्लेस होने की संभावना अधिक बनी रहती है। क्80 सीटर प्लेन में प्रति व्यक्ति का सामान निकालने और चढ़ाने के लिए सिर्फ चार-चार सेकेण्ड का टाइम दिया जाता है।

ख्भ् मिनट ही मिलता है लोडर को

दर असल एक फ्लाइट में सामान को रखने और निकालने के लिए लोडर को कुल ख्भ् मिनट का टाइम मिलता है। इसमें फ्लाइट से आये पैसेंजर्स का सामान निकालना होता है और जाने वाले पैसेंजर्स का सामान लोड करना पड़ता है। फ्लाइट में क्00 से क्80 पैसेंजर्स होते हैं जिनका सामान लोड करने के लिए सिर्फ क्ख् मिनट का समय मिलता है। क्80 पैसेंजर का सामान अनलोड करना हो तो इसके लिए सिर्फ चार सेकेण्ड प्रति लगेज का समय ही एलाऊ किया जाता है। ऐसे में बैग छूटने की संभावना अधिक बन जाती है।

कनेक्टिंग फ्लाइट में अधिक छूटता है लगेज

एयरपोर्ट अथॉरिटी के एक अधिकारी की मानें तों सबसे अधिक परेशानी कनेक्टिंग फ्लाइट में होती है। जैसे मुम्बई से किसी ने टिकट लखनऊ तक के लिए बुक किया वाया डेल्ही। ऐसे में दिल्ली पहुंचने पर और दिल्ली से लखनऊ वाली फ्लाइट में टाइम कम रहा तो लगेज को वहीं छोड़ दिया जाता है, जिसे बाद में उपलब्ध फ्लाइट से पहुंचाया जाता है। डायरेक्ट फ्लाइट में ऐसी संभावना कम होती है।

जद्दाह में छूट गये 80 लोगों के बैग

मंगलवार को जेद्दाह से पहुंची एयर इंडिया की फ्लाइट 990 के 80 पैसोंजरों का सामान जेद्दाह में छूट गया। लगेज छूटने की वजह क्राफ्ट में ओवरलोड बताया जा रहा है। पैसेंजरों ने एयरपोर्ट पर इसके लिए हंगामा भी किया। हालांकि बाद में एयर इंडिया के अधिकारियों के इस आश्वासन के बाद कि अगली फ्लाइट से लगेज को मंगा लिया जाएगा, तब जाकर पैसेंजर शांत हुए। एयर इंडिया के स्टेशन मैनेजर शकील अहमद ने बताया कि जो सामान छूटा था उसे दूसरी फ्लाइट से मंगा कर सम्बंधित पैसेंजर्स को दे दिया गया है।

काठमाण्डू जाने वाली पांच फ्लाइट डायवर्ट

काठमाण्डू के त्रिभुवन एयरपोर्ट पर जगह क्राफ्ट पार्किंग का स्पेस ना होने के कारण काठमाण्डू जाने वाली पांच फ्लाइट को लखनऊ में उतारा गया। जिन फ्लाइट्स को लखनऊ में डायवर्ट किया गया उसमें अरबियन एयरलाइन की फ्लाइट संख्या भ्फ्क् जिसे शारजाह से काठमाण्डू जाना था, उसे लखनऊ में दिन में एक बजकर ब्म् मिनट पर लैंड कराया गया। इसी तरह चाइना सदन की फ्लाइट म्0म् जो बीजिंग से काठमाण्डू जा रही थी, को दिन में एक बजकर भ्7 मिनट पर लखनऊ में लैंड कराया गया। बगदाद से काठमाण्डू जा रही कटारी म्ब्म् को भी पौने चार बजे लखनऊ में उतारा गया। जबकि फ्लाइंग दुबई की फ्लाइट भ्7भ् को भी दिन में चार बजकर ब्0 मिनट पर लखनऊ में पार्किंग स्पेस ना होने की वजह से उतारना पड़ा।

Posted By: Inextlive