Dehradun: न राजा-रानी की दहाड़ न पक्षियों की कलरव और न ही छलांग लगाते हिरण. एकाध बंदर जरूर पेड़ों पर झूलते-फांदते नजर आए. शायद इन पर भी शहर में पढ़ रही लगातार गर्मी का असर पड़ रहा है. इसीलिए तो ये जानवर गर्मी से बचने के लिए अपने बिलों व छांव का सहारा लेते हुए अंदर छिपे नजर आए. दरअसल ये नजारा था शहर के मोस्ट फेवरेट पार्क मालसी डियर पार्क का. यहां भी गर्मी का असर इन जानवरों की दिनचर्या और हलचल से देखा जा सकता है. थर्सडे को आई नेक्स्ट टीम ने डीयर पार्क में बेजुबान वाइल्ड एनिमल्स व बड्र्स को करीब से निहारने की कोशिश की.


Visitors में भी डाउनफॉलराजधानी का टेंप्रेचर लगातार बढ़ता जा रहा है। हाल में अकेले सिटी व उसके आस-पास का तापमान 38 से ऊपर तक पहुंचा। सड़कों पर आम लोगों को खासी परेशानी उठानी पड़ रही है। अंदाजा लगाया जा सकता है कि बेजुबान जंगली जानवरों का इस गर्मी में क्या हाल होगा। वो भी जब पार्कों की बात की जाए तो गर्मी में कई बार यहां भी जानवरों को दिक्कतें झेलने पड़ती है। मालसी डियर पार्क में थर्सडे को गर्मी का असर आसानी से देखने को मिला। कई दिनों से पार्क खाली


यहां गर्मी के कारण दिन-दोपहर में गिने-चुने ही जानवर अपने बिलों से बाहर दिखे। जबकि यहां इस वक्त करीब 158 से अधिक वाइल्ड एनिमल्स और बड्र्स मौजूद हैं। गर्मी से निजात दिलाने के लिए विभाग ने हर पिंजड़े, बिल और मांद में पानी की पर्याप्त व्यवस्था की है। रनिंग वाटर सप्लाई करने की कोशिश की है। रेंज ऑफिसर गंभीर सिंह के अनुसार पार्क में पेड़-पौधे ज्यादा होने के कारण जानवरों पर ज्यादा असर नहीं पड़ रहा है। दिन-दोपहर और सुबह-शाम को ठंडी हवाओं के कारण एनिमल्स को रिलीफ मिलता है। वहीं दूसरी तरफ मई के महीने दोपहर में पूरा पार्क पिछले कई दिनों से खाली पड़ा हुआ है। गर्मियों की छुट्टियां होने के बावजूद भी विजिटर्स यहां नहीं पहुंच पा रहे हैं, जो पहुंच रहे हैं उन्हें जानवर न दिखाई देने के कारण उदास होकर वापस लौटना पड़ रहा है। पार्क में नए मेहमान की दस्तक मोस्ट फेवरेट डीयर पार्क में आजकल कुछ नए मेहमानों की चहल-कदमी देखने को मिल रही है। विजिटर्स भी इनको देखकर गदगद हो रहे हैं। हालांकि यहां पहले से ही करीब 158 वाइल्ड एनिमल्स के अलावा बड्र्स मौजूद हैं, लेकिन छह नए बाज और एक नन्हा घुरड़ नए मेहमान बनकर आए हैं। पार्क में आए नए बाज मेहमान सभी घायल हैं। शहर में तमाम इलाकों से इन घायलों को यहां लाया गया है, जहां उनका रेस्क्यू जारी है। लेकिन चंद दिनों का नन्हा घुरड़ हाल ही में डीयर पार्क पहुंचा है। ये पहला मौका है, जबकि डियर पार्क में घुरड़ ने किसी बच्चे को जन्म दिया है।कर्मचारी बेहद खुश

हालांकि, इससे पहले यहां हिरणों ने कई बच्चों को जन्म दिया है, लेकिन डियर की स्पीशीज के घुरड़ ने प्रजनन के बाद किसी नन्हें घुरड़ को जन्म दिया है। सक्सेस प्रजनन को लेकर पार्क के अधिकारी व कर्मचारी भी खुश हैं। जिसको गर्मी से बचाने की पूरी कोशिश की जा रही है। घायल बाज में एक ऐसा भी है, जिसके पैरों के पंजे नहीं हैं, वह फिर भी उडऩे का दम भर रहा है। इन मेहमानों को देखने के लिए टूरिस्ट भी दिलचस्पी ले रहे हंै।पार्क में एनिमल्स और बड्र्सटाइगर-दोबाज-छहहिरण-64काकड़-11सांभर-एकब्लैक डीयर-एक घुरड़-तीनतोते-14उल्लू-पांचजंगल फाल-एकचील-एककछुए-दो

Posted By: Inextlive