आप से टिकट कटने के बाद भी सोलंकी ने निर्दलीय ठोंकी ताल
- महावीर सिंह को हटाने के बाद 'आप' ने लक्ष्मी को उतारा मैदान में
- 'आप' से हटाए जाने के बाद महावीर सिंह ने भरा निर्दलीय पर्चा - टिकट काटने को लेकर नोटिस नहीं दिए जाने की कही बात AGRA। आपराधिक मुकदमे की जानकारी नहीं देने के कारण आप ने सीकरी से प्रत्याशी महावीर सिंह सोलंकी का टिकट काट दिया। इस वाकये के बाद सोलंकी ने निर्दलीय ही पर्चा दाखिल कर दिया। सोलंकी का पत्ता कटने के बाद पार्टी कैंडिडेट लक्ष्मी नामांकन के लिए कलेक्ट्रेट पहुंच गईं। दोनों ने किया नामांकनपहले फतेहपुर सीकरी से महावीर सोलंकी सैटरडे को एक बार फिर से नामांकन के लिए पहुंच गए। इस बार महावीर ने खुद को निर्दलीय दिखाते हुए नामांकन कराया। महावीर के टिकट कटने के बाद घोषित लक्ष्मी भी 'आप' पदाधिकारियों और अपने समर्थकों के साथ नामांकन के लिए पहुंच गई। लक्ष्मी ने पार्टी की ओर से मिले बी फॉर्म के साथ खुद का नामांकन कराया।
पार्टी से छिपाई थी जानकारीआम आदमी पार्टी के आगरा जिला संयोजक दीपक सरीन का कहना है कि पार्टी की ओर से पहले महावीर सोलंकी का ही नाम डिक्लेयर किया गया था। इसके लिए उन्होंने दिल्ली स्थित 'आप' के कार्यालय में आवेदन किया था। लेकिन, इस आवेदन में उन्होंने खुद पर चल रहे मुकद्दमे के बारे में कोई जानकारी नहीं दी। नामांकन दाखिल किया तो यहां इस बारे में पूरा हवाला दिया। इसी बात को लेकर महावीर का टिकट काटकर लक्ष्मी को मैदान में उतारा गया है। पार्टी ने लक्ष्मी को जो बी फॉर्म भेजा उसमें भी महावीर का टिकट काटने की बात का साफ-साफ उल्लेख कर दिया गया।
'नहीं मानुंगा पार्टी की, मैं लडूंगा निर्दलीय' उधर टिकट कटने की बात पर महावीर का कहना था कि उन्हें इस बारे में पार्टी ने कोई भी नोटिस नहीं दिया है। मुकद्दमे की जानकारी छिपाने की बात पर महावीर ने कहा कि उन्होंने अपने लीगल एडवाइजर को पूरी बात बता दी थी। मानवीय भूल है जो आवेदन में इस बात का हवाला नहीं लिखा गया। लेकिन, अगर पार्टी टिकट काटकर दूसरे कैंडिडेट को उतार रही है तो वह भी निर्दलीय कैंडिडेट के रूप में फतेहपुर सीकरी से ही चुनाव लड़ेंगे। उधर 'आप' के संयोजक दीपक सरीन का कहना है कि पार्टी ने दूसरे कैंडिडेट को बी फॉर्म देकर चुनाव लड़ने का आदेश दिया है। अगर फिर भी महावीर सोलंकी चुनावी मैदान से नहीं हटते हैं तो पार्टी उनके अगेंस्ट अनुशासनात्मक कार्रवाई करने का फैसला लेगी।