छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : क्या आपने कभी किसी शख्स की नाक के अंदर मक्खी को अंडे देते सुना है? शायद नहीं लेकिन ऐसा हुआ है। गम्हरिया निवासी 70 वर्षीय वृद्धा की नाक में अचानक एक मक्खी तब घुस गई, जब वह घर में साफ-सफाई का काम कर रही थी। मक्खी करीबन दो मिनट में निकल तो गई, लेकिन उतनी ही देर में नाक के अंदर अंडे दे दिए। फिर क्या था, अंडे जैसे-जैसे बड़े होने लगे, महिला की नाक का दर्द बढ़ने लगा। यहां तक कि दर्द बढ़कर सिर तक जा पहुंचा। लगातार महिला की स्थिति गंभीर होते देख परिजनों ने उसे 21 मार्च को टेल्को क्षेत्र के टाटा मोटर्स अस्पताल में भर्ती कराया। इलाज के दौरान जो बात सामने आई उससे डॉक्टर भी हैरान थे।

नाक से बह रहा था खून

महिला को जब हॉस्पिटल में भर्ती किया गया तो उसकी नाक से लगातार खून निकल रहा था जिसे देखकर चिकित्सक व परिजन भी हैरान थे। चिकित्सकों ने एक विशेष टीम गठित कर मरीज की जांच-पड़ताल शुरू की। इसमें पता चला कि मरीज की नाक में तीन दिन पूर्व मक्खी घुस गई थी। हालांकि वह कुछ ही देर बाद निकल गई, लेकिन तब तक करीब 70 अंडे दे चुकी थी। ये अंडे कीड़े का आकार ले चुके थे। चिकित्सकों ने जब कीड़े निकालने शुरू किए तो बारी-बारी से करीब 70 कीड़े निकले। सभी कीड़े निकलने के बाद महिला की तबीयत में अब सुधार हो रहा है। चिकित्सकों ने उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी है।

दिमाग तक पहुंच सकते थे कीड़े

नाक के अंदर मक्खी के अंडे कीड़े का आकार ले चुके थे। धीरे-धीरे कीड़ों का आकार बढ़ता जा रहा था। अगर समय से इलाज नहीं होता तो कीड़े दिमाग में पहुंच जाते और अंजाम के तौर पर मौत मिलती। टाटा मोटर्स अस्पताल के ईएनटी विभागाध्यक्ष डॉ। शलभ रस्तोगी ने बताया कि टेल्को अस्पताल में अबतक का यह पहला मामला है। डॉ। शलभ ने कहा कि कीड़े नाक के अंदरूनी भाग को क्षतिग्रस्त कर रहे थे जिसके कारण महिला की नाक के अंदर से लगातार खून निकल रहा था। इसके बाद चिकित्सकों की टीम ने इंडोस्कोपी के जरिए कीड़े को देख तारपीन तेल डालकर कीड़ों को बाहर निकाला। हर एक कीड़ा आकार में एक सेंटीमीटर के करीब का था। टाटा मोटर्स अस्पताल के ईएनटी विभागाध्यक्ष शलभ रस्तोगी के नेतृत्व में डॉ। संतोष कुमार, डॉ। जन्नत, डॉ। प्रसन्ना व डॉ। कृष्णा साई ने ऑपरेशन में अहम भूमिका निभाई।

Posted By: Inextlive