-प्रसव पीड़ा से तड़प रही महिला ने घर पर ही जना था बच्चा

15 मार्च से भाड़ा वृद्धि की मांग को लेकर हड़ताल पर ममता वाहन संघ

ष्ट॥न्ढ्ढक्चन्स्न् : ममता वाहन चालकों की हड़ताल और स्वास्थ्य महकमे की उपेक्षा के कारण जिले में स्वास्थ्य व्यवस्था बुरी इन दिनों बुरी तरह चरमरा गयी है। ममता वाहन नहीं मिलने के कारण फिर एक नवजात की मौत जन्म के तुरंत बाद हो गयी। हालांकि मां का स्वास्थ्य ठीक है और वह सुरक्षित है। घटना बुधवार सुबह साढ़े आठ बजे की है।

यह है मामला

झींकपानी प्रखंड अंतर्गत टुटुगुटू अर्जुनाबासा गांव निवासी महिला मीना गोप को बुधवार की सुबह पांच बजे अचानक तेज प्रसव पीड़ा होने लगी तो मीना के पति अर्जुन गोप ने गांव की सहिया लक्ष्मी पुरती को इस बात की जानकारी दी। जानकारी मिलते ही सहिया लक्ष्मी पुरती अपने स्तर से ममता वाहन व्यवस्था करने में जुट गयी। मगर हड़ताल के कारण ममता वाहन गांव में नहीं पहुंचा। इसी बीच लगभग साढ़े आठ बजे मीना ने घर पर ही एक बच्चे को जन्म दे दिया। लेकिन कुछ देर बाद ही बच्चे की मौत हो गयी।

हड़ताल पर ममता वाहन के चालक

ममता वाहन संघ बीती 15 मार्च से भाड़ा वृद्धि की मांग को लेकर हड़ताल पर चले गए हैं। राज्य सरकार मरीज को लाने व ले जाने के लिए 250 रूप्ए देने की बात कह रही है जबकि ममता वाहन के चालक 350 रूपए के हिसाब से लाने व ले जाने की मांग कर रहे हैं। ममता वाहन के अभाव में सदर अस्पताल नहीं पहुंच पाने के कारण हड़ताल अवधि में अब तक तीन नवजात व एक प्रसूति की मौत हो गयी है जबकि सड़क व घर पर असमान्य तरीके से प्रसव के 5 मामले भी सामने आ चुके हैं।

Posted By: Inextlive