- एएचटीयू टीम रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर छह से किया गिरफ्तार

- बिहार और कुशीनगर के बच्चों को फैक्ट्री में करना था काम, दर्ज हुआ केस

GORAKHPUR:

एक बार फिर बचपन का सौदागर शिकंजे में आया है। चार बच्चों को लेकर गैर प्रांत में मजदूरी कराने ले जा रहे इस शख्स को एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग टीम (एएचटीयू) ने बुधवार को गोरखपुर जंक्शन से गिरफ्तार किया। मजदूरी के लिए गुजरात के राजकोट ले जाए जा रहे चार बाल श्रमिकों को एएचटीयू टीम ने रेलवे स्टेशन से छुड़ा लिया। पकड़े गए तस्कर को टीम ने कैंट पुलिस को सुपुर्द कर उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।

मुखबिर से मिली सूचना

एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट गोरखपुर के प्रभारी राम सुमेर त्रिपाठी को मुखबिर से सूचना मिली थी कि कुछ लोग बच्चों को मजदूरी के लिए बाहर ले जाने की तैयारी में है। यूनिट प्रभारी टीम के साथ स्टेशन पर गश्त पर थे। प्लेटफार्म नंबर पर चार बच्चों के साथ संदिग्ध हालत में खड़े युवक को टीम ने पकड़ लिया। उसकी पहचान कुशीनगर, कुबेर स्थान के नौतन खैरटिया निवासी मंजूर आलम के रूप में हुई।

काम दिलाने का दिया झांसा

बच्चों ने अपना नाम अजीम आलम 17 निवासी तरया सुजान कुशीनगर, सुरेंद्र मुसहर 13 , संतोष मुसहर 16, तूफान मुसहर 15 सभी निवासी जमुनिया धनहा, पश्चिमी चंपारण, बिहार बताया। पूछताछ के दौरान मंजूर आलम बच्चों के साथ होने की स्पष्ट वजह वह नहीं बता सका। कड़ाई से पूछताछ में उसने बच्चों को मजदूरी के लिए ले जाने की बात स्वीकार की। उसने बताया कि सभी बच्चों को लेकर वह गुजरात के राजकोट ले जा रहा था। वहां उन्हें वह एक फैक्ट्री में काम दिलाता जहां उन्हें चार हजार रुपए महीने मिलता। टीम प्रभारी ने बच्चों को चाइल्ड लाइन भेजकर उनके परिवार वालों को सूचना भिजवा दी। आरोपी मंजूर आलम के खिलाफ कैंट पुलिस को तहरीर देकर उनके सुपुर्द कर दिया गया है।

Posted By: Inextlive