कच्छा-बनियान गिरोह की दस्तक, पांच से छह की संख्या में थे, मृतक था स्वास्थ्य विभाग का संविदा कर्मचारी

विरोध करने पर घर की महिलाओं को पीटा, कमरे में कर दिया बंद

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PRAYAGRAJ: आसपास के मकानों पर बाहर से कुंडी चढ़ा दी थी. शोर मचने पर कोई बाहर निकलने की स्थिति में नहीं था. हथियार के नाम पर डंडा और लाठी के अलावा कुछ नहीं था. संख्या पांच या छह थी. सबने पूरे परिवार के सदस्यों को घेरे में ले लिया और विरोध न करने की धमकी दी थी. इसके बाद भी विरोध दर्ज कराना स्वास्थ्य विभाग के संविदा कर्मचारी को भारी पड़ गया. सत्येन्द्र पाल नामक इस कर्मचारी को पीटकर मौत के घाट उतार दिया और उसकी मां को पीट पीटकर बेहोश कर दिया. इसके बाद आराम से पूरे घर को खंगाला. डकैतों के हाथ डेढ़ लाख रुपये कैश के अलावा करीब पांच लाख रुपये मूल्य के जेवरात लगे हैं. मऊआइमा में हुई इस घटना का सुबह पता चला तो पुलिस अफसर तक सन्नाटे में आ गये. आनन-फानन में सब मौके पर पहुंचे. अपराधियों का सुराग लगाने के लिए फॉरेंसिक टीम के साथ डॉग स्क्वॉड भी बुला लिया गया. लेकिन, घटना में इस्तेमाल लाठी के अलावा कुछ हाथ नहीं आज्ञा. मृतक के पिता की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज करके जांच शुरू कर दी है.

दरवाजे के पास ही सो रहा था मृतक

मृतक का नाम सत्येन्द्र प्रताप पाल उर्फ मोनू था. मूलरूप से प्रतापगढ़ के मान्धाता रामपुर गुडुरवा के निवासी इंद्रराज पाल मऊआइमा सीएचसी में वार्डब्वाय के पद पर तैनात थे. रिटायर होने के बाद उन्होंने जोगापुर में मकान बनवा लिया और यहीं बस गये. उनका बड़ा बेटा संदीप प्रताप पाल रेलवे में ग्रुप डी की जॉब करता है. छोटा बेटा सत्येंद्र प्रताप पाल संविदा पर सीएचसी में ही आप्टोमेट्रिस्ट पद पर तैनात था. शादीशुदा बेटी कंचन कुछ दिन पहले ही ससुराल से मायके आई थी. सत्येन्द्र, कंचन के अलावा इन्द्रराज की पत्‍‌नी पुष्पा देवी व पुष्पा की बहन चम्पा देवी घर में मौजूद थीं. बुधवार को इंद्रराज मुंडेरा में रह रहे छोटे भाई के नाती के बर्थडे में शरीक होने के लिए शहर आए थे. बड़ा बेटा ड्यूटी पर था. बहू मायके गई हुई थी. मोनू की अभी शादी नहीं हुई है. वह दरवाजे के पास ही सो रहा था.

कच्छा-बनियान पहने थे चेहरा ढक रखा था

बदमाश भोर में तीन बजे के आसपास पहुंचे थे. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार सभी ने कच्छा बनियान पहन रखा था. सभी के हाथ में लाठी-डंडा था और सभी ने अपने चेहरे ढक रखे थे. पड़ोस में स्थित घरों के दरवाजे पर डकैतों ने बाहर से कुंडी लगा दी थी. दरवाजा तोड़ते समय हुई आवाज से सत्येंद्र प्रताप पाल (32) उर्फ मोनू व उसकी मां पुष्पा देवी (59) की नींद खुल गई. घर में डकैतों को देख दोनों ने विरोध करने लगे. इस पर बदमाशों ने सत्येंद्र को बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया और पुष्पा को पीटकर अधमरा कर दिया. चीख सुन पहुंची बहन कंचन उर्फ रेखा (36) पहुंची और चीखने की कोशिश की तो बदमाशों ने उसे भी पीटा. इसके बाद उन्होंने आलमारी-बक्शा आदि खोलकर उसमें रखी नकदी व कीमती सामान समेट लिया.

आसपास के घरों पर बाहर से लगा दी थी कुंडी

बदमाश पूरी योजना के साथ पहुंचे थे. वह नहीं चाहते थे कि घटना को अंजाम देते समय कोई उनके रास्ते का रोड़ा बने. इसके चलते उन्होंने आसपास बने सभी घरों पर बाहर से कुंडी चढ़ा दी थी. बताते हैं कि इंद्रराज के घर में मेन गेट के ऊपर खिड़की के लिए जगह छूटी हुई है. उसमें जाली भी नहीं लगी है. गिरोह के सभी सदस्य इसी से घर के अंदर घुसे. घर में पहुंचे बदमाशों ने दरवाजे को तोड़ना शुरू कर दिया. आवाज सुन छह से मोनू नीचे आया और बदमाशों को देख विरोध करने पर मौत की नींद सुला दिया गया. उसकी मां के सिर पर डंडे से डकैतों ने प्रहार किया तो वे बेहोश होकर गिर पड़ीं. पुष्पा की बेटी कंचन व बहन की भी डकैतों ने पिटाई की और मुंह खोलने पर सत्येन्द्र जैसा हस्र होने की धमकी दी. इसके बाद प्लाई के दरवाजे पर भारी पत्थर मार कर तोड़ा और सबको कमरे में बंद कर दिया. इसके बाद उन्होंने आलमारी का ताला तोड़कर डेढ़ लाख रुपये कैश के अलावा पांच लाख रुपये मूल्य के सोने चांदी के जेवरात और दो मोबाइल फोन को समेट लिया और चलते बने. खबर मिलते ही डॉग स्क्वाड, फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट व फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे एसपी गंगापार एनके सिंह मामले की गहन जांच की. रिपोर्ट दर्ज कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने के बाद पुलिस मामले की पड़ताल में जुटी हुई है.

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बंजारों के डेरे तक गया डॉग स्क्वॉड

घटनास्थल पर पहुंची डाग स्क्वाड की टीन ने मामले की जांच शुरू की. टीम का खोजी डॉग घटना स्थल से करीब 200 मीटर दूर स्थित बंजारों के डेरे के पास तक जाकर रुक गया. उसी स्थान से पुलिस को डकैतों द्वारा ले जाए गए कुछ कपड़े व एक खून से सना डंडा भी मिला है. यह सब देखते हुए शक की बिना पर पुलिस ने डेरा के करीब आधा दर्जन युवकों विक्की भाई, नीलम कुमार, हरदौल, सिकन्दर, अर¨वद आदि को पूछताछ के लिए उठाया है. दो दिन पहले डेरा में दो लड़कियों की बारात एक प्रतापगढ़ के लालगंज अझारा व दूसरी पानीपत से आयी थी. पुलिस को शक है कि घटना में बंजारों के साथ उनके रिश्तेदार शामिल हो सकते हैं.

जैसा कि पीडि़त बता रहे हैं उससे प्रतीत हो रहा है कि घटना को कच्छा बनियान गिरोह ने अंजाम दिया है. पुलिस जांच पड़ताल कर रही है. कई लोगों को पूछताछ के लिए उठाया गया है. उम्मीद है जल्द ही पूरी हकीकत का पता लगा लिया जाएगा.

एनके सिंह, एसपी गंगापार

रसूलाबाद घाट पर अंतिम संस्कार

घटना की जानकारी होने पर आसपास के लोग बड़ी संख्या में स्पॉट पर जुट गये थे. पब्लिक कोई बवाल खड़ा न करके इसके लिए पुलिस ने सुबह ही पंचनामा भरकर बॉडी पोस्टमार्टम के लिए भेजवा दी. इसके बाद डॉग स्क्वॉड और फोरेंसिक टीम ने एवीडेंस कलेक्ट किये. दिन में बॉडी का पोस्टमार्टम हुआ तो पुलिस मृतक के परिजनों को कन्वींस करने में लगी थी कि वे बॉडी लेकर घर न जाएं. पुलिस को डर भा कि बॉडी घर पहुंचने पर पब्लिक भड़क सकती है. देर शाम रसूलाबाद घाट पर मृतक का अंतिम संस्कार कर दिया गया.

Posted By: Vijay Pandey