प्रयागराज में एक भतीजे ने जमीन के लिए अपनी बुआ को गोली मारकर उतारा मौत के घाट उतार दिया। बता दें हत्यारे पर 25 हजार का इनाम रखा गया था।

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PRAYAGRAJ :
मऊआइमा के गमिरहटा गांव में 13 अप्रैल को हुई वृद्धा रामपत्ती देवी की हत्या इत्तफाकिया नहीं थी. पिता की अकेली वारिश रामपत्ती को जमीन के लिए चचेरे भाई के बेटे ने मौत के घाट उतारा था. पूरी तरह होमवर्क करने के बाद उसने घटना को अंजाम दिया था. वारदात को अंजाम देने से एक दिन पूर्व वह पत्‌नी और बच्चों को ससुराल पहुंचा आया था. इसके बाद गोली मारकर खेत में गेहूं की फसल काट रही रामपत्ती की हत्या कर फरार हो गया था. तिलई बाजार चौराहे के पास से गिरफ्तार शातिर ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है. उस पर एसएसपी ने 25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था. रामपत्ती इंदीवर की रिश्ते में बुआ लगती थी.

परिवार पहुंचा दिया था ससुराल
पुलिस लाइंस सभागार में एसपी गंगापार नरेंद्र कुमार सिंह ने हत्यारोपित को मीडिया के सामने पेश किया. उन्होंने बताया गिरफ्तार किया गया बादल उर्फ इंदीवर पुत्र राज बहादुर यादव शातिर किस्म का है. गमिरहटा निवासी रामपत्ती देवी अपने पिता की अकेली संतान थी. शादी के बावजूद रामपत्ती को उसके पिता ने अपनी सम्पत्ति दे दी थी. वह मायके में रहती थी. चचेरे भाई राज बहादुर यादव के बेटे बादल यादव उर्फ इंदीवर की नजर उसकी जमीन पर थी. वह अपने हिस्से की जमीन पर मकान बना रखा था. बची हुई जमीन में मुर्गी फार्म खोलने की तैयारी में था. रामपत्ती विरोध कर रही थी कि बंटवारे के बाद उसके हिस्से की जमीन छोड़कर ही वह मुर्गी फार्म खोले. यह बात इंदीवर को नागवार गुजरी और वह रामपत्ती की हत्या का प्लान बना बैठा.

पत्‌नी बच्चों को पहुंचा दिया ससुराल
घटना से एक दिन पूर्व 12 अप्रैल को पत्‌नी व बच्चों को इंदीवर ने ससुराल पहुंचा दिया. 13 अप्रैल को खेत में गेहूं की फसल काट रही रामपत्ती के पास पहुंचा और सिर में गोली मार दिया. गोली लगने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई. पुलिस ने उसके कब्जे में हत्या में प्रयुक्त तमंचे को भी बरामद कर लिया है. वारदात को अंजाम देने के बाद वह भाग कर वाराणसी में अपने दोस्त के यहां रह रहा था.

Posted By: Vijay Pandey