Bareilly: मांझा यानी इंटरटेनमेंट की डोर लेकिन कई बार ये डोर जानलेवा भी हो जाती है. सैटरडे को इसी मांझे की वजह से एक स्टूडेंट की जान पर बन आई. वह स्कूटी से जा रही थी कि मांझा उसकी गर्दन में फंस गया. इससे उसकी गर्दन बुरी तरह कट गई. वहीं मांझा निकालने के चक्कर में उसका हाथ भी कट गया. उसे सीरियस कंडीशन प्रेम नगर के एक प्राइवेट नर्सिंग होम में एडमिट करवाया गया है. फिलहाल उसकी कंडीशन स्टेबल बनी हुई है.


शहामतगंज के पास हुई घटनासौम्या अग्रवाल सिविल लाइंस में रहती है। उसके पिता शशांक अग्रवाल और मां अर्चना अग्रवाल प्राइवेट स्कूल में टीचर हैं। बड़ा भाई उमंग अग्रवाल सीए फाइनल ईयर का स्टूडेंट है। 17 साल की सौम्या भी प्रेमनगर के अग्रवाल स्टडी सेंटर से सीए की कोचिंग कर रही है। सैटरडे सुबह करीब सात बजे सौम्या कोचिंग के लिए स्कूटी से निकली थी। जैसे ही वह शहामतगंज के आगे प्रेमनगर जाने वाली रोड पर पहुंची, अचानक उसकी गर्दन में मांझा आकर फंस गया। इससे उसकी गर्दन कट गई। उसने गर्दन से मांझा निकाला तो उसका हाथ भी कट गया। गर्दन और हाथ में आए टांके
इसके बाद वह तुंरत स्कूटी लेकर अपनी कोचिंग गई। वहां फ्रेंड्स से उसने आस-पास हॉस्पिटल के बारे में पूछा। वे सभी उसे पास के ही नर्सिंग होम में ले गए। उसकी गर्दन और हाथ में कई टांके आए हैं। सौम्या के भाई उमंग अग्रवाल ने बताया कि कोचिंग जाते वक् त उसके साथ यह हादसा हुआ। मांझा चाइनीज था, इसलिए गर्दन और हाथ कट गया। डॉक्टरों का कहना है कि हालत स्थिर है और सौम्या जल्द ठीक हो जाएगी।

Posted By: Inextlive