बिहार मुक्त विद्यालयी शिक्षा एवं परीक्षा बोर्ड में गड़बड़ी का बड़ा खुलासा

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PATNA : बिहार में एक ऐसा बोर्ड जहां 12वीं की परीक्षा में फ‌र्स्ट डिवीजन के स्टूडेंट्स को सेकेंड और सेकेंड डिवीजन से पास स्टूडेंट्स को फ‌र्स्ट घोषित कर दिया जाता है। हम बात कर रहे हैं बिहार मुक्त विद्यालयी शिक्षा एवं परीक्षा बोर्ड की, जहां ऐसा कारनामा हो रहा है। स्थिति यह है कि कॉपी मूल्यांकन में लगे शिक्षकों को नंबर तक जोड़ना नहीं आता है। इस वजह से स्टूडेंट्स का भविष्य खराब हो रहा है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट रिपोर्टर को जब इसकी खबर मिली तो कई बार बोर्ड का चक्कर लगाया। तब जाकर उसे सफलता मिली। उसे खुफिया तौर कई कॉपियां दिखाई गई। हमारे रिपोर्टर ने जांची गई कॉपियों में कई गलतियों को पकड़ा। किसी कॉपी में स्टूडेंट को 54 जगह 44 नंबर दिए जाते हैं। किसी को 60 अंक की जगह 56 ही मिले। यह एक दो नहीं सैकड़ों कॉपियों में ऐसी गलतियां की गई थीं।

ऐसे हुआ खुलासा

नंबर में गड़बड़ी की शिकायत दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के पास कई दिनों से आ रही थी। हमारे रिपोर्टर ने कॉपी मूल्यांकन करने वाले टीचरों से खुफिया तौर पर इसकी जानकारी ली। टीचरों ने बताया कि मूल्यांकन करने वाले टीचर सही ढंग से नंबर नहीं जोड़ पाए। नाम न छापने की शर्त पर एक टीचर ने बताया कि सेंटर प्रमुख से इसकी शिकायत भी कर चुके हैं मगर कार्रवाई का भरोसा तक नहीं मिला।

जांच नियमावली का हुआ उल्लंघन

उत्तर पुस्तिका जांच नियमावली को ताक पर रखते हुए बिहार मुक्त विद्यालयी शिक्षा एवं परीक्षा बोर्ड की 12वीं की कॉपी का मूल्यांकन किया गया है। जांच नियमावली के तहत मूल्यांकन कर रहे टीचर अगर नंबर में अगर कहीं ओवर राइटिंग करते हैं तो वहां दस्तखत करना अनिवार्य हैं। मगर नियम को ताक पर रखते हुए कई कॉपियों पर ओवर राइटिंग की गई है लेकिन दस्तखत नहीं किए गए।

Posted By: Inextlive