आरटीआई में हुआ खुलासा, आवास-विकास के पास नहीं है 30 अवैध निर्माणों का रिकार्ड

कई भवनों का निर्माण रिकार्ड में रुका हुआ है, जबकि मौके पर निर्माण पूरा हो चुका है

Meerut। आवास-विकास की पत्रावलियों में गड़बड़ी के चलते सैकड़ों भवनों के नक्शे रिकार्ड से गुम होते जा रहे हैं। यही नहीं आवास-विकास को इनकी सुध तक नहीं है। इसका खुलासा हाल में डाली गई एक आरटीआई के माध्यम से हुआ।

नक्शा हुआ रिकार्ड से गुम

दरअसल, गत माह आरटीआई के माध्यम से आवास-विकास के खंड 5 और 3 में हो रहे करीब 42 भवनों के निर्माण के विषय में नक्शे की जानकारी मांगी गई थी। जिनमें से 30 भवनों के नक्शे की जानकारी विभाग के पास नहीं मिली। जिसके बाद आरटीआई के जवाब में विभाग ने उक्त मानचित्र विभाग में उपलब्ध नहीं है जवाब देकर खानापूर्ति कर दी। वहीं कई भवनों का निर्माण रिकार्ड में रुका हुआ दिखा दिया, जबकि भवन पूरी तरह बन तैयार हो चुके हैं।

बिना नक्शा बन रहे भवन

आवास-विकास के शास्त्रीनगर और जागृति विहार में सबसे अधिक संख्या में अवैध निर्माणों का जाल फैला हुआ है। जब पूर्व में तत्कालीन कमिश्नर डॉ। प्रभात कुमार ने अवैध निर्माणों पर जवाब मांगा था तो आवास-विकास के अधिकारियों ने अवैध निर्माणों को रुकवा दिया था। हालांकि कमिश्नर के तबादले के बाद एक बार फिर अवैध निर्माण की बाढ़ आ गई है। अब आवास-विकास के खंड 5, 7, 3 में जमकर अवैध निर्माण हो रहा है फिर शुरू हो चुका है। यहीं नहीं इनमें से कुछ अवैध निर्माणों के नक्शा स्वीकृत नहीं हैं तो कुछ को नक्शों के विपरीत बनाया जा रहा है।

जिन भवनों का रिकार्ड उपलब्ध नहीं है, उनके बारे में मानचित्र विभाग से जानकारी ली जा रही है। ये भी पता किया जा रहा है कि आखिर नक्शा क्यों नही बना या फिर जिस भवन का नक्शा नहीं है, उसका निर्माण किसकी अनुमति से हुआ है।

प्रमोद सिंह, ईएक्सईएन

Posted By: Inextlive