मेरठ में भी फर्जी मा‌र्क्सशीट से हुए पासपोर्ट के आवेदन

जिला अल्पसंख्यक कल्याण विभाग ने पासपोर्ट ऑफिस से किया संपर्क

मदरसा बोर्ड की मा‌र्क्सशीट पर बने पासपोर्ट का होगा परीक्षण

Meerut। मदरसा बोर्ड की फर्जी मा‌र्क्सशीट के आधार पर पासपोर्ट बनवाने के प्रकरण सामने आए हैं। गाजियाबाद स्थित क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय में बड़ी संख्या में ऐसे आवेदन पहुंच रहे हैं। बीते दिनों बरेली में मदरसा बोर्ड की फर्जी मा‌र्क्सशीट से पासपोर्ट बनवाने का खुलासा होने के बाद मेरठ में खलबली मची है। रजिस्ट्रार एसएन पाण्डेय ने विभिन्न पासपोर्ट कार्यालयों में मदरसा बोर्ड के दस्तावेजों के परीक्षण के निर्देश दिए हैं तो वहीं मेरठ के पासपोर्ट की जांच के लिए भी गाजियाबाद पासपोर्ट कार्यालय से जानकारी मांगी है। वहीं एक बड़ा खुलासा यह भी हुआ है कि बड़े पैमाने पर फर्जी मा‌र्क्सशीट के आधार पर मेरठ में फर्जी पासपोर्ट बनवाए गए हैं, पूर्व में हुई जांच में यह पुष्टि भी हुई है।

पासपोर्ट कार्यालयों को लिखा पत्र

उप्र मदरसा शिक्षा परिषद के रजिस्ट्रार एसएन पांडेय ने बताया कि गाजियाबाद समेत प्रदेश के सभी क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालयों को पत्र जारी करके संदिग्ध मा‌र्क्सशीट की जांच कराने के लिए कहा गया है। वहीं दूसरी ओर गृह मंत्रालय से इस संवदेनशील प्रकरण पर कार्रवाई के संबंध में राय ली जा रही है। फर्जी मा‌र्क्सशीट का परीक्षण कराया जा रहा है।

जरा समझ लें

क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय, एजुकेशन सर्टिफिकेट (मा‌र्क्सशीट) का सत्यापन विभिन्न बोर्ड से कराता है। बरेली क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय द्वारा वर्ष 2017-18 में 52 पासपोर्ट के आवेदन के साथ लगी मदरसा बोर्ड की मा‌र्क्सशीट को सत्यापन के लिए बोर्ड मुख्यालय भेजा गया। बोर्ड की ओर से जो सत्यापन सूची क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय भेजी गई उसमें मदरसा बोर्ड के रजिस्ट्रार एनएन पाण्डेय और वरिष्ठ सहायक अरुण कुमार तिवारी के फर्जी हस्ताक्षर थे। इतना ही नहीं बरेली के क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी मुहम्मद नसीम की जांच में ऐसे 40 आवेदकों के पासपोर्ट भी बन गए। प्रकरण संज्ञान में आने के बाद रजिस्ट्रार सभी मा‌र्क्सशीट का परीक्षण करा रहे हैं। बोर्ड के रजिस्ट्रार ने जारी पासपोर्ट को रद करने के लिए पासपोर्ट को लिखा है।

शासन के निर्देश पर खलबली

मामले की गंभीरता पर बोर्ड के रजिस्ट्रार एसएन पाण्डेय ने सभी पासपोर्ट कार्यालयों को पत्र लिखकर संदिग्ध दस्तावेजों का तत्काल परीक्षण कराने के लिए कहा है। मदरसा बोर्ड इस प्रकरण पर गृह मंत्रालय से मशविरा ले रहा है तो वहीं रजिस्ट्रार एसएन पाण्डेय ने कहा कि मदरसा बोर्ड अब बार कोडेड मा‌र्क्सशीट जारी करेगा।

मेरठ में भी हुए हैं फर्जी

नाम न छापने की शर्त पर क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि मेरठ एवं आसपास से बड़ी संख्या में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर पासपोर्ट के आवेदन आते हैं। पकड़े जाने पर पासपोर्ट का आवेदन रद कर दिया जाता है। दोबारा आवेदन पर उसे इमिग्रेशन नॉट चेक्ड रिक्वॉयर्ड (ईएनसीआर) का बेनीफिट न देते हुए अनपढ़ की श्रेणी में पासपोर्ट जारी करते हैं। अधिकारी का कहना है कि फर्जी आवेदक पर पासपोर्ट कार्यालय 5 हजार रुपए तक की पेनाल्टी भी लगाता है।

फर्जीवाड़े का गढ़ रहा है मेरठ

बीती 19 जुलाई को मेरठ में फर्जी मा‌र्क्सशीट के रैकेट की धरपकड़ के बाद आरोपियाें ने बताया था कि फर्जी मा‌र्क्सशीट का प्रयोग पासपोर्ट बनवाने में किया जा रहा है। गाजियाबाद स्थित क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय में सैकड़ों ऐसे आवेदन पहुंच रहे हैं जिनमें मदरसा बोर्ड एवं अन्य बोर्ड की फर्जी मा‌र्क्सशीट लगाकर ईएनसीआर श्रेणी में पासपोर्ट हथियाने की कोशिश की जा रही है। हालांकि पासपोर्ट कार्यालय अभी तक कार्रवाई के नाम पर आवेदक का आवेदन निरस्त ही कर रहा है। जबकि ऐसे केसेस में पासपोर्ट कार्यालय को आवेदक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराकर उसे जेल भेजना चाहिए।

Posted By: Inextlive