RANCHI : बैंड बाजा और बारात का सीजन लौट आया है. 15 नवंबर से शहर के गलियारों में गूंजने लगेगी शहनाई. हरिसेन एकादशी के खत्म होने के साथ ही शादियों का सिलसिला शुरू हो जाएगा.


चार महीने पहले करायी बुकिंग
शादी के लिए करीब चार महीने पहले से ही होटलों, मैरिज हॉल्स और मालाकारों की बुकिंग शुरू कर दी गई। अपर बाजार स्थित शहनाई मैरिज हॉल के ओनर गौतम चटर्जी ने बताया कि उनका मैरिज हॉल जनवरी तक के लिए बुक है, वहीं फरवरी के लिए भी दो बुकिंग हो चुकी है। मैरिज हॉल का एक दिन का रेट 80,000 रुपए है। कोकर का कृष्णा मैरिज हॉल भी बुक है। शादी में दूल्हे की कार की भी बुकिंग फुल है। कार के लिए सबसे ज्यादा मांग होंडा सिटी कार की है, वहीं जेनरल की डिमांड इंडिगो और इनोवा कार है। मेन रोड स्थित शांति टूर एंड ट्रेवल्स के डायरेक्टर प्रशांत शुक्ला ने बताया कि दूल्हे की पसंदीदा कार होंडा सिटी है। इसकी कोई फिक्स रेट नहीं है। जिसने जितने में पटा लिया, उतने में मिलता है। इसका रेट 3500 से 5000 रुपए तक वेरी करता है। एक और कार रेंट पर लगानेवाली एजेंसी के ओनर ने बताया कि शादी के लिए जनवरी तक कार बुक है।

16 दिसंबर तक होंगी शादियां
15 नवंबर से शुरू हुआ शादियों का सिलसिला इस साल 16 दिसंबर तक चलेगा। सिटी में 15 और 16 दिसंबर को सबसे अधिक शादियां होंगी, क्योंकि इस दिन दिन और रात का लगन है। पहाड़ी मंदिर के पुरोहित पंडित रामानंद मिश्र ने बताया कि जमघट खत्म होने के बाद 15 नवंबर से शादियों का सिलसिला शुरू हो रहा है। 15 नवंबर को कर्तिक शुक्ल त्रयोदशी से 8 मार्च तक चलेगा। इस अवधि में शादियां होंगी।

चल रही है हरिसेन एकादशी
पंडित पिनाकी मिश्रा कहते हैं कि आषाढ़ शुक्ल पक्ष एकादशी यानी 19 जुलाई से हरिसेन एकादशी शुरू हुई है। इस दिन से ऐसा माना जाता है कि भगवान विष्णु सो जाते हैं। वे कार्तिक शुक्ल पक्ष एकादशी को यानी 13 नवंबर को जाग जाते हैं। इस दिन से उनकी पूजा-अर्चना करके शुभ कार्य शुरू हो जाता है। उन्होंने बताया कि तुलसी विवाह में इस साल फेरे नहीं होंगे, न ही तुलसी विवाह का पूजन होगा। ऐसा इसलिए होगा, क्योंकि एकादशी पर सुबह से रात नौ बजे तक मृत्यु लोक की भद्रा का काला साया रहेगा। ऐसे में विवाह नहीं हो सकेगा.भद्रा होने से 14 नवंबर को विधान पूजन होंगे।

Posted By: Inextlive