नासा का मार्स पाथ फाइंडर 1996 में आज ही के दिन यानी कि 4 दिसंबर को लॉन्च किया गया था। ये एक तरह की स्पेस कार थी और इसने मंगल ग्रह से ढेर सारी तस्वीरें भेजी थीं।


कानपुर। मंगल ग्रह से जुड़ी अहम जानकारी हासिल करने के लिए नासा कई बार अपने स्पेसक्राफ्ट लॉन्च कर चुका है। नासा की आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक, 4 दिसंबर, 1996 को नासा ने 'मार्स पाथ फाइंडर' (रोवर) नाम की एक स्पेस कार को डेल्टा-2 रॉकेट द्वारा लॉन्च किया था। बता दें कि इस स्पेस कार का निर्माण मंगल ग्रह की सतह और वहां के वातावरण की जांच के लिए किया गया था।  4 जुलाई, 1997 को मार्स पाथ फाइंडर मंगल की सतह पर सुरक्षित रूप से उतरा और उसी दिन इसने मंगल ग्रह की कुछ महत्वपूर्ण तस्वीरें भी भेजी थीं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मार्स पाथ फाइंडर करीब 85 दिनों तक मंगल ग्रह पर रहा था। भेजीं थीं हजारों तस्वीरें
इस स्पेस कार को बनाने में 6 पहियों का उपयोग किया गया था। इसने वहां की मिट्टी आस-पास के वातावरण आदि की लगभग हजारों तस्वीरें भेजी थीं। मंगल ग्रह से आईं तस्वीरों में देखा गया था कि मंगल पर भारी मात्रा में चट्टान, पत्थर, कंकड़, गोलाकार आदि मौजूद हैं। तस्वीरों के जरिये यह भी पता चला कि वहां उपजाऊ जमीन नहीं है। मंगल ग्रह से मार्स पाथ फाइंडर ने जो तस्वीरें भेजी, बाद में वह वैज्ञानिकों के लिए काफी महत्वपूर्ण साबित हुईं। बता दें कि वैज्ञानिकों ने जब इसे तैयार किया तब इसके कॉस्टिंग का भी खास ख्याल रखा, कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में बताया जाता है कि इसे बनाने में तकरीबन 250 मिलियन डॉलर का खर्च आया था।  मंगल पर पहुंचा इनसाइट लैंडरबता दें कि अभी लाल ग्रह की महत्वपूर्ण जानकारियों को इकट्ठा करने के लिए नासा ने इनसाइट लैंडर को सफलतापूर्वक मंगल की सतह पर उतारा है। सतह पर उतरने के बाद इसने मंगल ग्रह की एक रोमांचक तस्वीर भी भेजी। इनसाइट को 5 मई को सेंट्रल कैलिफोर्निया में वेंडेनबर्ग एयरफोर्स के बेस से लांच किया गया था और यह नासा का पहला ऐसा मिशन है, जो मार्स के आंतरिक संरचना, आर्कीटेक्चर, वहां भूंकप की स्थिति और वहां के धरातल के नीचे मौजूद गर्मी के बारे में गहराई से पता लगाएगा।

Posted By: Mukul Kumar