सीसीएसयू ने बदला गया नियम, अब तत्काल में हाथोंहाथ नहीं मिलेगी मा‌र्क्सशीट

नई व्यवस्था में 72 घंटे का दिया जाएगा समय, एसएमएस के जरिए मिलेगी जानकारी

Meerut. अब नौ जिलों से सीसीएसयू में आने वाले स्टूडेंट्स को तत्काल मा‌र्क्सशीट नहीं मिलेगी, यूनिवर्सिटी ने तत्काल श्रेणी में हाथोंहाथ मा‌र्क्सशीट देने की प्रक्रिया पर रोक लगा दी है. छात्रों को अब 72 घंटे में ही मा‌र्क्सशीट मिल सकेंगी, इसके लिए 200 रुपए प्रति छात्र की फीस यथावत रहेगी. गोपनीय विभाग आगे से केवल वही मा‌र्क्सशीट प्रिंट करेगा जो तिथिवार पटल से भेजी जाएगी, तत्काल श्रेणी में मा‌र्क्सशीट हासिल करने के लिए स्टूडेंट्स को अपना आईडी प्रूफ भी देना होगा.

दो सौ रुपए देंगे अतिरिक्त

सिंगल विंडो लागू होने के बाद यूनिवर्सिटी ने तत्काल मा‌र्क्सशीट बनवाने के लिए 200 रुपए अतिरिक्त फीस की व्यवस्था की थी, लेकिन इसका दुरुपयोग होने लगा था. तत्काल के नाम पर स्टूडेंट्स फीस जमा नहीं कर रहे थे और मा‌र्क्सशीट बनवाई जा रही थी. वहीं कुछ ऐसे कर्मचारी भी थे जो ज्यादा पैसे की वसूली कर हाथ के हाथ मा‌र्क्सशीट दे रहे थे. इसी क्रम में यूनिवर्सिटी ने प्रक्रिया को बेहतर करने के लिए नियम में बदलाव किया है. यूनिवर्सिटी के अनुसार गोपनीय विभाग के पटल से तिथिवार ब्योरा कम्प्यूटर विभाग को भेजा जाएगा. प्रक्रिया शुरु होते ही स्टूडेंट के मोबाइल पर मैसेज जाएगा. तिथिवार ही सूची भेजी जाएगी. किसी भी स्थिति में तत्काल की श्रेणी में हाथोंहाथ प्रिंट नहीं दिया जाएगा.

एक माह में कई शिकायतें

बीते एक माह की बात करें तो सिंगल विंडो को लेकर 15 शिकायतें आ चुकी है. इनमे से एक का भी जवाब नहीं दिया गया है. ऐसा पहली बार हुआ है जब सिंगल विंडो को लेकर बीते एक माह में किसी तरह के बदलाव का कदम उठाया गया है. पहले की बात करें तो बीते एक साल में सिंगल विंडो को लेकर 70 शिकायतें आई हुई हैं, इनमें केवल तीन का ही जवाब दिया गया है. वो भी तीन महीने में एक का जवाब दिया गया है. जवाब में भी केवल यही लिखा गया है कि सुधार कार्य चल रहे हैं.

बदलाव करने से कोई फायदा नहीं है, जिसको जो पैसा खाना है, जो खेल करना है वो करेगा ही. सिस्टम को बदलने की आवश्यकता है.

आकाश

हो सकता है इससे कुछ फर्क पड़ जाए. सिंगल विंडो में काफी सारी दिक्कतें आ रही है, अगर सुधार होता है तो अच्छी बात है.

देवेंद्र हुण

सिस्टम में सुधार के लिए विवि कदम तो उठा लेती है, लेकिन उस पर सख्ती से कार्रवाई होनी भी बहुत जरुरी है. तभी इसपर काम करना ठीक होगा.

आनंद प्रकाश सिद्धार्थ

अच्छी बात है, इससे मोटी वसूली का खेल नहीं चल सकेगा, लेकिन इसमें विवि को सर्तकता बरतनी होगी व सख्ती के साथ कार्रवाई भी करनी होगी, तभी फायदा है.

मयंक

मा‌र्क्सशीट की तत्काल प्रक्रिया में कुछ बदलाव किया गया है. सिंगल विंडो सिस्टम में काफी सुधार किए जा रहे हैं. ताकि चीजों को पकड़ा जा सके व सुधार हो.

प्रो. वाई विमला, प्रोवीसी, सीसीएसयू

Posted By: Lekhchand Singh