RANCHI: धुर्वा डैम साइड सिंचाई कॉलोनी के पास जमीन कारोबारी दिलीप कुमार पर सोमवार को फायरिंग मामले में पुलिस ने मास्टरमाइंड अगस्त कच्छप समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में अगस्त ने दिलीप को मारने के लिए सुपारी दिए जाने की बात भी कबूल ली है। गौरतलब हो कि शाम 7.15 बजे दिलीप को घर से बुलाकर दो अपराधियों ने ताबड़तोड़ गोली मारी थी। गोलियां चलने की आवाज सुनकर मां-पिता सहित अन्य परिजन घर से बाहर निकले तो बेटे को गिरा पाया। दिलीप की गर्दन, कमर और पेट में गोली लगी थी। गोली गर्दन में ही फंसी थी। डॉक्टरों का मानना है कि ऑपरेशन करने से स्पाइनल कोड का खतरा बढ़ सकता है। उसकी स्थिति अब भी नाजुक है।

क्या कहता है मास्टरमाइंड

पूछताछ में अगस्त ने पुलिस को बताया है कि दिलीप करीब छह महीने पहले तक उसके साथ ही जमीन का धंधा करता था। रांची के नगड़ी, कैंबो और बालालौंग में कई प्रोजक्ट पर दोनों ने साथ काम किया था। अगस्त के अनुसार, घर आने-जाने के क्रम में दिलीप का उसकी भतीजी से संबंध स्थापित हो गया था। दिलीप की यह हरकत अगस्त को नागवार गुजर रही थी। वहीं एक जमीन के 15 लाख रुपए को लेकर भी दिलीप से उसका विवाद हो गया था, जिसके बाद दोनों अलग-अलग काम करने लगे।

4 माह पहले ही रची साजिश

अगस्त को दिलीप की वजह से जमीन के धंधे में लगातार घाटा उठाना पड़ रहा था। दूसरी ओर उसकी भतीजी से दिलीप के संबंध होने के कारण परिवार में लगातार तनाव बढ़ रहा था। इसी वजह से करीब चार महीने पहले ही उसकी हत्या की साजिश रची और दो गिरोह को सुपारी दी। एक को सुपारी की रकम में नगड़ी में 30 डिसमिल जमीन और 20 हजार रुपए तथा दूसरे गिरोह को दो लाख रुपए की सुपारी दी थी। पहली सुपारी शूटर आनंद और विजेंद्र नामक युवकों को दी थी। वहीं दूसरी सुपारी करण महली नामक युवक को दी थी।

सुपारी देकर दो माह रहा गायब

अगस्त कच्छप सुपारी देने के बाद दो महीने के लिए इलाज के बहाने गायब हो गया था। उसके बाहर रहने के दौरान सुपारी लेने वाले शूटरों ने दिलीप की हत्या की कोशिश की, लेकिन वे कामयाब नहीं हो सके। अगस्त तीन दिन पहले ही रांची पहुंचा था और शूटरों पर दिलीप की हत्या का दबाव बनाने लगा। इसी बीच आनंद और विजेंद्र रविवार की शाम दिलीप को मारने निकले। विजेंद्र ने फोन कर दिलीप को घर से बाहर आने को कहा और ताबड़तोड़ पांच गोलियां दिलीप को मार दीं। इसके बाद बालालौंग की ओर भाग निकले।

दिलीप का बयान लिया पुलिस ने

पुलिस ने दिलीप का बयान लिया है। इसकी एक वीडियो भी तैयार की है। वीडियो में देखा गया है कि दिलीप ने कराहते हुए अगस्त कच्छप, सूरज सिंह, करण महली, नारायण महली, सुमित कच्छप और विजेंद्र का नाम लिया है। कहा है कि ये लोग ही मुझे मारना चाहते हैं। गोली मारने के दौरान सुमित भी मौजूद था। डर से वह बिहार भाग गया था। रांची आने के बाद भी वह सहमा-सहमा रह रहा था, लेकिन उसे गोली मार दी।

Posted By: Inextlive