जहां मजमा लगता था, दिख रहा था सूना-सूना
4-5 करोड़ रुपए का लॉस यहां के शॉपकीपर एसोसिएशन का कहना है कि हमारी बातें लगातार अनसुनी की जा रही हैं, जिसके कारण हमने 4-5 करोड़ रुपए का लॉस सहकर भी आर-पार की लड़ाई लडऩे की ठानी है। प्रॉब्लम्स का ओवरडोज
कॉम्प्लेक्स में एलॉटीज का कहना है कि डेली लगभग 25-30 हजार फुटफॉल वाले इस कॉम्प्लेक्स में कभी भी सीरियस मिसहैप हो सकता है। उनका कहना है कि जर्जर हो चुकी यह बिल्डिंग किसी के ऊपर गिर सकती है या शार्ट सर्किट से सीरियस प्रॉब्लम हो सकते हैं। बेसिक फैसिलिटीज का भी पिछले 5-6 सालों से टोटा है। सरप्राइजिंगली यहां लेवेटरी, ड्रिंकिंग वाटर और इलेक्ट्रीसिटी क्राइसिस के साथ पार्किंग प्लेस और दूसरी जगहों पर इनक्रोचमेंट ने यहां के बिजनेसमेन को परेशान कर रखा है। इसके अलावा कभी कभी यहां होने वाली लूटपाट की घटनाओं ने भी पब्लिक अट्रैक्शन को कम कर दिया है। लेकिन निगम इन प्रॉब्लम्स से बेअसर अपनी बंसी अपना राग में मशगूल है। निगम की बेपरवाही शक जगाती हैमौर्यालोक शॉपकीपर्स एसोसिएशन का कहना है हाफिज कांट्रेक्टर ने मौर्य लोक कॉम्प्लेक्स के रीडेवलपमेंट और ब्यूटीफिकेशन का प्रोजेक्ट बनाया है, लेकिन निगम उसे अप्रूव नहीं कर रहा। हम लगातार अनऑथ्राइज्ड वेंडर्स के खिलाफ कम्प्लेन करते आ रहे हैं मगर निगम ने कोई सुध नहीं ली।
धरना-प्रर्दशन के दौरान जब नगर निगम कमिश्नर मीटिंग के लिए आए, तभी उनकी गाड़ी पर कॉम्प्लेक्स की छत से एक छोटा पोर्शन गिर गया। कमिश्नर तो वहां से तुरंत निकल लिए। बाद निगम कर्मचारी मलबा हटाने में लगे रहे। Problems plaguing the placefacilities present status 1- Lavatory and Urinal nonfunctional since last 5-6 years2- Drinking water shopkeepers bring from home।3- Electricity frequent short circuits and burning of transmeter। the problem aggravates in summers। 4- Power cut no alternative exists।5- Inside road repair not done since last 10 years। 6- Water tank collapsed and not constructed since last 5 years।7- Waste disposal no dustbin are kept inside the premises। 8- Drainage system drains are overflowing and foul smells emanates from it। Demands 1 - पार्किंग एंड कैंपस को इनक्रोचमेंट फ्री किया जाए 2 - मेंटनेंस फंड में ट्रांसपेरेंसी रखी जाए और मेंटनेंस के इयर्ली एकाउंट से एसोसिएशन को अवगत कराया जाए। 3 - मेंटनेंस फंड को किसी अन्य काम में खर्च नहीं किया जाए।
4 - अब तक के मेंटनेंस फंड का हिसाब दिया जाए। 5 - मेंटनेंस फंड घोटाले की विजिलेंस से जांच कराई जाए। 6 - मेंटनेंस का पैसा बैंक से निकालने और मेंटनेंस ना करानेवाले ऑफिशियल्स को सस्पेंड किया जाए। 7- अभी जो ऑफिसर आए हैं उसे मेंटनेंस का पैसा खर्च ना करने और इनक्रोचमेंट की प्राब्लम को अनदेखा करने के लिए तुरंत सस्पेंड किया जाए।