आज यानी कि 6 दिसंबर को वेदों को दुनिया तक पहुंचाने वाले महान व्यक्ति मैक्स मूलर का जन्मदिन है। इस मौके पर हम उनसे जुड़ी कुछ खास बातें जानेंगे।

कानपुर। प्रचीन ग्रंथों का अंग्रेजी में अनुवाद करने और दुनिया तक वेदों को पहुंचाने वाले महान व्यक्ति मैक्स मूलर का जन्म आज ही के दिन हुआ था। ब्रिटेनिका के मुताबिक, फ्रेडरिक मैक्स मूलर का जन्म 6 दिसंबर, 1823 को जर्मनी के देसो नगर में हुआ था। मैक्स तुलनात्मक भाषा, धर्म, और पौराणिक कथाओं के विद्वान थे, इनकी सबसे ज्यादा रुचि संस्कृत भाषा विज्ञान और भारत के धर्म में थी। मैक्स मुलर को संस्कृत के अलावा कई अन्य भाषाओं की जानकारी थी। वे 1846 में इंग्लैंड चले गए और 1848 में ऑक्सफोर्ड में सेटल हुए, जहां उन्हें 1850 में आधुनिक भाषाओं का डिप्टी प्रोफेसर बनाया गया। इसके बाद वहां उन्हें 1868 में तुलनात्मक भाषा विज्ञान के प्रोफेसर के रूप में नियुक्त कर लिया गया।

सैक्रेड बुक्स ऑफ द ईस्ट का संपादन

मूलर ने कुछ सबसे प्राचीन और सम्मानित धार्मिक ग्रंथों का संपादन करके उनका अंग्रेजी में अनुवाद किया। खास कर उन्होंने संस्कृत में लिखे गए ऋग्वेद, ऋग-वेद-संहिता: ब्राह्मणों का पवित्र ग्रंथ को अंग्रेजी में अनुवादित कर दुनिया तक पहुंचाया था।  उनका महतवपूर्ण कार्य 51 जिल्दों में 'सैक्रेड बुक्स ऑफ द ईस्ट' (पूर्व के धार्मिक-पवित्र-ग्रंथ) और सैक्रेड बुक्स ऑफ़ द बुद्धिष्ट का संपादन था। मैक्स मूलर ने 'भारतीय दर्शन' पर भी कुछ रचनाएं की थीं। अपने आखिरी दिनों में वह बौद्ध दर्शन में अधिक रुचि रखने रखने थे। 28 अक्टूबर, 1900 को मैक्स मूलर का निधन इंग्लैण्ड के ऑक्सफोर्ड में हुआ था। उसकी मृत्यु के बाद 1903 में उसकी फुटकर रचनाओं का संग्रह प्रकाशित हुआ था।

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Posted By: Mukul Kumar