- शूटर मयंक पाठक का नेशनल टीम में सिलेक्शन

- एशियन चैपिंयनशिप में खेलने कुवैत जाएंगे मयंक

AGRA। किसी ने ठीक ही कहा है कि कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती। सिटी के मयंक पाठक पर ये लाइनें एकदम सटीक बैठती हैं। स्कू ल से हुई शुरुआत स्टेट और नेशनल के बाद अब मयंक पाठक इंटरनेशनल प्लेयर बन चुके हैं। मयंक को कुवैत जाने का न्यौता जो आया है। मयंक अब कुवैत में सात मार्च से होने वाली सेवन्थ एशियन एयरगन चैंपियनशिप में निशाना लगाएंगे।

जनवरी में दिया था ट्रायल

मयंक बताते हैं कि उन्होंने दिल्ली में एशियन गेम्स के लिए ख्भ् जनवरी को ट्रायल दिया था। इसके बाद क्ब् फरवरी को उनके सिलेक्शन का काल आया। नेशनल राइफल एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने मयंक को लैटर भेजा है। चैंपियनशिप की तैयारी के लिए मयंक ख्0 फरवरी को दिल्ली रवाना होंगे।

पैरेंट्स का सपोर्ट

अपनी उपलब्धि के लिए मयंक अपने पैरेंट्स का सपोर्ट अहम मानते हैं। वहीं उनके पिता हरीकांत पाठक का कहना है कि उसमें जुनून था, तो इस मुकाम पर पहुंचा है। वहीं मयंक की मां पूनम पाठक बताती हैं कि शुरु में तो बड़ा डर लगता था कि शूटिंग वगैरह ठीक नहीं है। लेकिन अब मयंक ने तो सिटी और परिवार का नाम रोशन किया है। ये हमारे लिए गर्व की बात है। वहीं मयंक अगले ओलंपिक में खेलने का सपना संजोए बैठे हैं।

पहले इंटरनेशनल शूटर

वैसे तो सिटी से कई इंटरनेशनल शूटर हैं। लेकिन मयंक के कोच और गुरु आलोक वैष्णव उन्हें पहला इंटरनेशनल शूटर बताते हैं। उनका कहना है कि मयंक ने यूथ कैटेगरी में इंटरनेशनल उपलब्धि पाकर नाम रोशन किया है।

पढ़ाई में भी आगे

सिटी के सेंट एंड्रूज के प्रिसिंपल डॉ। गिरधर शर्मा का कहना है कि मयंक ने स्कूल का नाम रोशन किया है। वे शुरु से ही लगनशील रहे हैं। ज्यादातर टाइम वे स्कूल में बनी शूटिंग रेंज में बिताते हैं और प्रैक्टिस में बिजी रहते हैं।

Posted By: Inextlive